इन दिनों लिव इन में रह रहे पार्टनर की हत्या के मामले काफी सुनने को मिल रहे हैं.. फिर चाहे वो श्रद्धा मर्डर केस हो या फिर ये सरस्वती केस हो। जहां लिव इन में रह रहे आरोपी मनोज ने 36 साल की सरस्वती वैद्य की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी को सरस्वती वैद्य के चरित्र पर शक था। दोनों का आए दिन किसी न किसी वजह से झगड़ा होता रहता था। एक दिन झगड़ा इतना बढ़ गया कि आरोपी ने उसे मौत के घाट उतार दिया।
सरस्वती ने की आत्महत्या
हत्या का किसी को पता ना चले इसके लिए आरोपी ने शव के छोटे-छोटे टुकड़े कर.. फिर उबालकर मिक्सी मे पीस दिए। अपने बयान में आरोपी ने कहा है कि उसने लिवइन पार्टनर सरस्वती वैद्य की हत्या नहीं की है। उसका कहना है कि उसने सरस्वती की हत्या नहीं की है, सरस्वती ने 3-4 दिन पहले आत्महत्या कर ली थी।
मनोज करना चाहता था आत्महत्या
पुलिस ने शव के इतने टुकड़े किए कि पुलिस भी गिन नहीं सकी। वहीं मनोज ने पुलिस को चौंकाने वाली बात बताई है। मनोज ने बताया है कि वो शव को ठिकाने लगाने के बाद आत्महत्या करने वाला था। इसके साथ ही उसने कहा है कि उसे इसे लेकर कोई पछतावा नहीं है। उसने पूछताछ के दौरान बताया कि वो HIV पॉजिटिव है।
सुसाइड का मामला
आरोपी के मुताबिक सरस्वती ने 3-4 दिन पहले जहर खाकर सुसाइड कर लिया था। जब पुलिस ने सुसाइड का कारण पूछा तो उसने बताया कि उन दोनों का आए दिन झगड़ा होता था.. घटना वाले दिन भी दोनों के बीच कहासुनी हो गई थी। जिसके बाद सरस्वती ने जहर खाकर अपनी जान ले ली। जिसके बाद आरोपी बहुत डर गया और इसका इल्जाम उस पर ना आए इसके लिए उसने शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। । जिसके बाद उसने उसके शव के टुकड़े किए…और फिर प्रेशर कूकर में उबाला और कुत्तो को खिलाने लगा।मनोज और सरस्वती करीब तीन साल से लिव इन में रह रहे थे। हालांकि पुलिस को मनोज की बात पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं है।