मुंबई (Mumbai) में आयोजित लता मेंगेशकर पुरस्कार समारोह (Lata Mageshkar) में पीएम मोदी को पहला लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस मौके पर भावुक होते हुए पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने लता मंगेशकर को याद करते हुए कहा कि इस बार राखी पर लता दीदी नहीं होंगी।
इस दौरान पीेएम मोदी ने लता मंगेशकर से लगाव को लेकर अपना अनुभव भी जिक्र किया और कहा कि राखी पर मुझे राखी बांधना वो कभी नहीं भूलती थी। हमेशा उनकी भेजी राखी मुझे मिलते थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि पीढ़ियों को प्रेम और भावना का उपहार देने वाली लता दीदी की तरफ से हमेशा एक बड़ी बहन जैसा अपार प्रेम मुझे मिला है। इससे बड़ा सौभाग्य और क्या हो सकता है। कई दशक बाद ये पहला राखी का त्योहार आएगा, जब दीदी नहीं होंगी।
पीएम मोदी ने कहा कि संगीत से आपमें वीररस भरता है। संगीत मातृत्व और ममता की अनुभूति करवा सकता है। संगीत आपको राष्ट्रभक्ति से सरोबर करती है।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि मैं इस पुरस्कार को सभी देशवासियों के लिए समर्पित करता हूं। जिस तरह लता दीदी जन-जन की थीं। उसी तरह से उनके नाम से मुझे दिया गया ये पुरस्कार जन-जन का है।
वहीं पीएम मोदी ने कहा कि लता जी ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की मधुर प्रस्तुति की तरह थीं और उनकी 30 से ज्यादा भाषाओं में हजारों गाए गीत हर भारतीय भाषा में घुला हुआ है।