चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सरकार बनने पर हर घर को हर महीने 300 यूनिट बिजली और 18 से ऊपर की हर महिला को हर महीने एक हजार रुपये देने का वादा किया था, लेकिन स्मार्ट प्री-पेड मीटर को लेकर केंद्र और पंजाब सरकार में नया घमासान शुरू हो गया है।
दरअसल, पंजाब में CM भगवंत मान की अगुवाई वाली आप सरकार के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ने प्रीपेड मीटर लगाने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि हम स्मार्ट मीटर लगाएंगे। प्रीपेड मीटर इतनी जल्दी नहीं लगा सकते। वहीं केंद्र पंजाब को चेतावनी दे चुका है कि 3 महीने में 85 हजार स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाओ वरना केंद्र बिजली सुधार फंड नहीं देगा।
केंद्र की योजना के मुताबिक स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगे तो आम आदमी पार्टी (AAP) की मुफ्त बिजली स्कीम में रुकावट आएगी। आप ने वादा किया था कि सरकार बनने के बाद हर घर को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देंगे। प्रीपेड बिजली मीटर लगे तो पहले इसे रिचार्ज करवाना होगा, फिर बिजली मिलेगी। यही वजह है कि आप सरकार इसमें दिलचस्पी नहीं ले रही है। बिजली मंत्री हरभजन सिंह ने कहा कि हम जनहित के हिसाब से फैसला लेंगे।
आपको बता दे नॉर्मल या स्मार्ट बिजली मीटर में लोगों को पूरे महीने का बिल देना पड़ता है। उसके कुछ ऐसे खर्चे रहते हैं, जो बिजली इस्तेमाल न होने पर भी महीने के हिसाब से देने पड़ते हैं। इसके उलट प्रीपेड मीटर लगने पर इसे मोबाइल की तरह रिचार्ज किया जा सकेगा। जब और जितनी जरूरत होगी, लोग रिचार्ज करवाकर बिजली इस्तेमाल कर सकते हैं इसमें मीटर रीडिंग का झंझट भी नहीं होगा।