भिवानी : हरियाणा के भिवानी के डाडम खनन क्षेत्र में एक बड़ा हादसा हुआ है. वहां खनन के दौरान पहाड़ दरकने से आधा दर्जन वाहनों समेत 12 से अधिक लोगों के पहाड़ के मलबे में दब गए. राहत और बचाव कर्मियों ने 4 लोगों को मलबे से बाहर निकाला है. इनमें से एक की मौत हो गई है. घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है. प्रशासन ने घटनास्थल पर मीडियाकर्मियों के जाने पर पाबंदी लगा दी है. इस हादसे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दुख जताया है।
कब और कैसे हुआ हादसा
तोशाम विधानसभा क्षेत्र के तहत डाडम गांव खनन कार्यो के लिए जाना जाता है. शनिवार सुबह करीब सवा आठ बजे खनन कार्य के दौरान पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा अचानक से दरक गया. इस वजह से वहां खड़ी आधा दर्जन के करीब पोपलैंड मशीनें व डंफर आदि मलबे में दब गए. इसके साथ ही यहाँ पर कार्य करने वाले कई श्रमिकों के भी मलबे में दबे होने का समाचार है।
स्थानीय प्रशासन राहत कार्यो में जुट गया है. पहाड़ दरकने के दौरान के मलबे को हटाकर लोगों की तलाश की जा रही हैं. हालांकि दबे हुए व्यक्तियों की संख्या को लेकर कुछ भी स्पष्ट आंकड़ा अभी सामने नहीं आ पाया है. लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि इनकी संख्या 12 से अधिक हो सकती है. पुलिस प्रशासन ने पहाड़ दरकने वाले स्थान पर मीडियाकर्मियों और आम लोगों के जाने पर पाबंदी लगा दी है. घटनास्थल से दूर ही आम लोगों को रोका गया है।
वहीं इस हादसे की खबर आने के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि भिवानी के दादम खनन क्षेत्र में दुर्भाग्यपूर्ण भूस्खलन दुर्घटना से दुखी हूं. उन्होंने कहा कि त्वरित बचाव अभियान और घायलों को तत्काल सहायता सुनिश्चित करने के लिए वो स्थानीय प्रशासन के संपर्क में बने हुए हैं।
बताते चलें कि ग्रीन ट्रीब्यूनल के कड़े रुख को देखते हुए डाडम क्षेत्र की पहाड़ियों में खनन कार्य को प्रदूषण के चलते प्रशासन द्वारा काफी समय पहले ही बंद किया हुआ था. लेकिन अभी दो दिन पहले ही खनन कार्य के लिए बिजली के कनेक्शन प्रदूषण विभाग ने जारी कर दिए थे. क्रेशर प्लांट दोबारा शुरू होने की उम्मीद में यहां खनन गतिविधियां फिर शुरू हो गई थीं।