उन्नाव रेप पीड़िता के खिलाफ उन्नाव के कोर्ट में केस दाखिल किया गया है। वहीं केस को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की गई है। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट अगले हफ्ते सुनवाई करने के लिए तैयार हो गया है। आज इस मामले को वकील वृंदा ग्रोवर ने चीफ जस्टिस एनवी रमना की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष मेंशन किया और जल्द सुनवाई की मांग की। जिसके बाद कोर्ट ने अगले हफ्ते सुनवाई करने का आदेश दिया।
पीड़िता के खिलाफ याचिका दाखिल
दरअसल उन्नाव रेप पीड़िता के आरोप पर उन्नाव की जिला अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए आरोपी को इस मामले में दोषी करार किया था। जिसके बाद आरोपी के पिता ने रेप पीड़िता के खिलाफ याचिका दाखिल की है। वहीं उन्नाव की जिला अदालत ने रेप पीड़िता, उसके चाचा और उसकी मां के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जिला अदालत में रेप पीड़िता और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 419,420,467, 468 और 471 के तहत केस दर्ज किया गया है। जिसके बाद जिला अदालत ने रेप पीड़िता के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है।
रसूखदार लोगों ने अपराध किया
वहीं रेप पीड़िता की सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया है कि उन्नाव की जिला अदालत में पेश होने पर उसकी जान को खतरा है। रेप पीड़िता के खिलाफ वहां के रसूखदार लोगों ने अपराध किया है और कोर्ट उन्हें दोषी करार दे चुकी है।
आपको बता दें कि 20 दिसंबर 2019 को पीड़िता से रेप के मामले में तीस हजारी कोर्ट ने भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। कोर्ट ने उम्रकैद के अलावा 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। जुर्माने की इस रकम में से 10 लाख रुपये पीड़िता को देने का आदेश दिया था। तीस हजारी कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ कुलदीप सिंह सेंगर ने दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है।
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