यूपी में कई ऐतिहासिक इमारतें है। राजधानी लखनऊ की पहचान रुमी दरवाजे के पास आसिफी इमामबाड़ा है। लेकिन 15 अगस्त की रात भारी बारिश और तेज हवा के कारण ऐतिहासिक इमामबाड़ा का एक बड़ा हिस्सा गिर गया है। इमामबाड़ा अवध के नवाब आसफ-उद-दौला की ओर से 1784 में बनवाया गया था। निजामत इमामबाड़ा के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा इमामबाड़ा है।
वहीं इमामबाड़ा के प्रभारी बड़ा हबीब उल हसन ने बताया, “कल शाम तेज़ हवा के साथ बारिश में एक बुर्जी गिर गई जिससे कोई हताहत नहीं हुआ है। ये भुलभुलैया के ऊपर थी, वही गिर गई है। मलबा हटवा दिया गया है।”
इसी बीच भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षण पुरातत्वविद आफताब हुसैन ने जानकारी देते हुए बताया कि स्मारक के उचित रखरखाव के बावजूद भारी बारिश के दौरान दीवार गिर गई।
साथ ही उन्होंने कहा कि “घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद साइट प्रभारी ने क्षेत्र का दौरा किया। उनके द्वारा दिए गए इनपुट के आधार पर इंजीनियर जाएंगे और हुए नुकसान को देखेंगे, साथ ही इसकी एक रिपोर्ट भी सौपेंगे। इसके बाद इसे बहाल किया जाएगा।”
लेकिन कार्यकर्ताओं ने कहा है कि खराब रखरखाव के कारण इमारत कमजोर हो गई और इसके चलते एक हिस्सा ढह गया। इस दौरान हेरिटेज एक्टिविस्ट मोहम्मद हैदर ने कहा, “हमने कई बार एएसआई को सूचित किया है, लेकिन इतनी शिकायतों के बावजूद एएसआई की ओर से संरचना को मजबूत बनाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई।”