मणिपुर में दो समुदायों के बीच हिंसा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। हिंसा के चलते राज्य के कई जिलों में कर्फ्यू लगा हुआ है। इसी बीच हिंसा भी भड़क उठी। हिंसा के दौरान बीएसएफ के एक जवान की मौके पर मौत हो गई। जबकि असम राइफल्स के दो सैनिक घायल हुए हैं। हिंसा को देखते हुए मणिपुर की सरकार ने इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाया हुआ था, जिसे अब आगे बढ़ा दिया गया है। राज्य में तीन मई से ही इंटरनेट सेवाएं बंद है।
11 जिलों में लगा कर्फ्यू
आपको बता दें अब तक इस हिंसा में 90 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मामले को गंभीरता से देखते हुए हिंसा प्रभावित इलाकों में भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है। 11 जिलों में अभी भी कर्फ्यू लगा हुआ है।10 जून की दोपहर 3 बजे तक राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया गया।
कैसे शुरु हुई हिंसा
मणिपुर में मैतई समुदाय को अनुसूचित जनजाति का देने की मांग का विरोध हो रहा है। इसी विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च निकाला गया। इसके बाद से ही हिंसा और भी ज्यादा भड़कने लगी। हिंसा इतनी बढ़ गई है कि थमने का नाम नहीं ले रही है।