नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा में पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद दोबारा सत्तासीन हुई भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नई सरकार का शपथ ग्रहण भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में हो रहा है. पीएम योगी और अमित शाह समेत कई दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और BJP के अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत देश भर के गणमान्य मेहमानों समेत हजारों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में BJP सरकार का शपथ ग्रहण समारोह चल रहा है।
- केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने योगी सरकार में डिप्टी सीएम के लिए मंत्रीपद की शपथ ली है. ब्रजेश पाठक लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं.
- सुरेश कुमार खन्ना ने यूपी सरकार के मंत्री के रूप में शपथ ली है, वो 9 बार विधायक रह चुके हैं. खन्नी समाज से आने वाले सुरेश कुमार खन्ना शाहजहांपुर से हैं. उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शथ ली है.
- सूर्य प्रताप शाही ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है. वो पथरदेवा से हैं. कल्याण सरकार में वो मंत्री रहे हैं. भूमिहार समाज से आते हैं.
- स्वतंत्र देव सिंह पहली योगी सरकार में परिवहन मंत्री थे, 2019 से बीजेपी के अध्यक्ष रहे हैं. उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है.
- बेबी रानी मौर्य ने मंत्री पद की शपथ ली है. वो उत्तराखंड की राज्यपाल रही हैं. जाटव समाज से आती हैं और आगरा ग्रामीण से विधानसभा चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं.
- चौधरी लक्ष्मी नारायण ने मंत्री पद की शपथ ले ली है, वो मथुरा की छाता सीट से चुनाव जीते हैं. योगी सरकार में पशुधन मंत्री रह जुके हैं. जाट समाज से आते हैं और छाता सीट से 5 बार विधायक रहे हैं.
- जयवीर सिंह ने मंत्री पद की शपथ ले ली है, वो मैनपुरी से हैं. वो माया-मुलायम सरकार में मंत्री रहे हैं और राजपूत जाति के नेता हैं.
- आंवला बरेली सीट से विधायक धर्मपाल सिंह ने मंत्री पद की शपथ ले ली है. कल्याण और राजनाथ सरकार में मंत्री रह चुके हैं. योगी की पहली सरकार में भी वो मंत्री रहे हैं, वो लोथी समाज से आते हैं और 5 बार विधायक रह चुके हैं.
- नंद गोपाल गुप्ता इलाहाबाद दक्षिण सीट से विधायक हैं. वो वैश्य समाज से आते हैं, उनकी पत्नी प्रयागराज से मेयर हैं. राज्य में नागरिक उड्डयन मंत्री रह चुके हैं, उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है.
योगी आदित्यनाथ को बृहस्पतिवार को बतौर पर्यवेक्षक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सह पर्यवेक्षक झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की मौजूदगी में एक बार फिर सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नवनिर्वाचित विधायक दल का नेता चुन लिया गया था. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया.
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में संपन्न हुए 403 विधानसभा क्षेत्रों का चुनाव परिणाम 10 मार्च को घोषित हुआ, जिसमें BJP ने 255 और सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) ने 12 तथा निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) ने छह सीटों पर जीत हासिल की. पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद BJP ने लगातार दूसरी बार सरकार बनाई है.
37 साल पहले 1985 में नारायण दत्त तिवारी के नेतृत्व में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने दोबारा पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई और तिवारी ने लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.के .योगी आदित्यनाथ खाते में 37 साल बाद यह रिकॉर्ड दर्ज हुआ है।