AI in Agriculture : माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने छोटे शहरों के गन्ना किसानों की कहानी बताई है। इस 56 सेकेंड के वीडियो में नडेला ने उन किसानों के बारे में चर्चा की है, जिन्होंने ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना किया है। नडेला का यह वीडियो एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया गया, जिसे बाद में एलन मस्क ने अपने एक्स हैंडल से फिर से शेयर किया।
आपको बता दें कि, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने सोमवार को अपने एक्स हैंडल पर महाराष्ट्र के बारामती में एक गन्ना किसान द्वारा अपने छोटे से खेत की उपज बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस्तेमाल की जानकारी दी। सत्या नडेला ने कहा कि कृषि क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का प्रभाव आश्चर्यजनक है।
नडेला ने बताए AI के सकारात्मक प्रभाव
सत्या नडेला ने एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए कृषि क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के प्रभाव का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “एग्रीकल्चर में AI का प्रभाव एक शानदार उदाहरण है।” नडेला ने महाराष्ट्र में छोटे किसानों की मदद में AI की भूमिका को लेकर बात की और बताया कि कैसे AI ने इन किसानों को अपनी फसल की उपज बढ़ाने में मदद की है। उन्होंने एक गन्ना किसान की कहानी साझा की, जिसने कई कठिनाइयों जैसे कीटों, सूखा और बीमारियों से जूझते हुए कर्ज और आत्महत्या जैसी गंभीर समस्याओं का सामना किया था। वीडियो में यह भी दिखाया गया कि कैसे AI ने महाराष्ट्र के बत्तीस शिराला क्षेत्र के एक छोटे किसान को फसल की पैदावार बढ़ाने, रासायनिक उत्पादों के उपयोग में कमी करने और पानी की खपत को कम करने में सहायता की।
वीडियो में नडेला ने कहा, “यह एक उदाहरण है जिसे मैं सामने लाना चाहता हूं। यह उस किसान की कहानी है, जो बारामती को-ऑपरेटिव का हिस्सा था और जिसने इस शक्तिशाली तकनीक को अपनाया। इस तकनीक के प्रभाव को देखकर छोटे किसान अपनी फसल में सुधार कर रहे हैं। इसके साथ ही पानी की खपत में भी सुधार हुआ है और रासायनिक उपयोग में कमी आई है।” नडेला ने यह भी बताया कि ड्रोन और उपग्रहों से प्राप्त डेटा का उपयोग करके किसान अपनी भाषा में मदद प्राप्त कर सकते हैं।
एलन मस्क ने पोस्ट पर किया रिएक्ट
नडेला का यह वीडियो अमेरिकी अरबपति और टेक गुरु एलन मस्क ने भी अपने एक्स हैंडल पर शेयर किया और प्रतिक्रिया दी। मस्क ने लिखा, “AI सब कुछ बेहतर बना देगा।”
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2022 में हुई थी कृषि में AI के उपयोग की शुरुआत
2022 में, माइक्रोसॉफ्ट ने कृषि विकास ट्रस्ट (Agricultural Development Trust) के साथ मिलकर बारामती में एक एग्री-टेक परियोजना की शुरुआत की थी। इस पहल का उद्देश्य किसानों को AI टूल्स के जरिए स्वस्थ और टिकाऊ फसलें प्राप्त करने में मदद करना था। इसके अलावा, माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च के साथ सहयोग का मकसद कृषि क्षेत्र में AI, सैटेलाइट इमेजिंग और अन्य तकनीकों के माध्यम से बदलाव लाना था।
गूगल की सफलता से मिली सीख
हाल ही में सत्या नडेला ने यूट्यूबर द्वारकेश पटेल के साथ एक पॉडकास्ट में सर्च इंजन मार्केट में गूगल के एकाधिकार के बारे में महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। नडेला ने माना कि माइक्रोसॉफ्ट ने वेब पर सबसे बड़ा बिजनेस मॉडल बनने का मौका खो दिया था, क्योंकि कंपनी ने यह मान लिया था कि वेब सिर्फ वितरण के लिए है। उन्होंने स्वीकार किया कि गूगल ने इस गलती का फायदा उठाया और दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन बन गया।
A fantastic example of AI’s impact on agriculture. pic.twitter.com/nY9o8hHmKJ
— Satya Nadella (@satyanadella) February 24, 2025
खेती में कैसे होता है AI का इस्तेमाल ?
खेती में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल कई तरीके से होता है, जो किसानों को उनके काम को बेहतर तरीके से करने में मदद करता है। यहां कुछ प्रमुख तरीकों का उल्लेख किया गया है, जिनसे AI का इस्तेमाल खेती में होता है:
1. स्मार्ट इरिगेशन
इस तकनीक का उपयोग मिट्टी की नमी और मौसम के आधार पर जलवायु स्थितियों का आंकलन करने के लिए किया जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि फसलों को आवश्यकता अनुसार पानी मिले, जिससे पानी की खपत कम होती है और जल संरक्षण होता है।
2. मशीन लर्निंग
मशीन लर्निंग के माध्यम से ड्रोन और सेंसर्स का उपयोग करके खेतों में कीटों और रोगों की पहचान की जाती है। इन तकनीकों से किसानों को समय रहते समस्या का पता चलता है, और वे जल्दी से उपचार शुरू कर सकते हैं, जिससे फसल की सुरक्षा होती है और नुकसान कम होता है।
3. इमेज प्रोसेसिंग
इमेज प्रोसेसिंग का उपयोग करके ड्रोन और उपग्रहों से प्राप्त डेटा का विश्लेषण किया जाता है। इससे किसानों को फसल की स्थिति और स्वास्थ्य का सही अनुमान मिलता है। यह तकनीक फसल के विकास के प्रत्येक चरण में मदद करती है, जिससे किसानों को पैदावार बढ़ाने का अवसर मिलता है।
4. सटीक खेती
AI का उपयोग खेतों में सटीक डेटा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इससे किसानों को पता चलता है कि उनकी फसलों को किस प्रकार की मिट्टी, पानी, उर्वरक, और रोशनी की आवश्यकता है। इस डेटा के आधार पर, वे खेती के निर्णय बेहतर तरीके से ले सकते हैं।
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5. रोबोटिक्स
रोबोटिक्स के उपयोग से स्वचालित ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और रोबोट्स बनाए गए हैं, जो खेती के विभिन्न कार्य जैसे बुआई, निराई, और कटाई को स्वचालित रूप से करते हैं। इससे श्रमिकों की जरूरत कम होती है और काम की गति बढ़ती है।
6. मौसम की भविष्यवाणी
AI का इस्तेमाल मौसम की भविष्यवाणी करने के लिए किया जाता है, जिससे किसानों को यह जानकारी मिलती है कि कब बारिश होगी, सूखा पड़ेगा या अन्य मौसम परिवर्तन होंगे। इससे वे अपनी फसलों की योजना पहले से तैयार कर सकते हैं और नुकसान से बच सकते हैं।
7. ड्रोन और उपग्रह इमेजिंग
ड्रोन और उपग्रहों के माध्यम से किसानों को खेतों की विस्तृत तस्वीर मिलती है। AI का उपयोग इन तस्वीरों का विश्लेषण करने के लिए किया जाता है ताकि फसल की स्थिति, मिट्टी की नमी, और अन्य जरूरी जानकारी का पता चल सके।