Semiconductor Chip-भारत में अब टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक और बड़ी कामयाबी मिलने जा रही है। देश की पहली घरेलू सेमीकंडक्टर चिप तैयार होने जा रही है और इसकी जानकारी खुद केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी है। उन्होंने बताया कि भारत की अपनी सेमीकंडक्टर चिप साल 2025 के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगी। यह बात उन्होंने मनी कंट्रोल को दिए इंटरव्यू में कही।
सेमीकंडक्टर चिप तैयार करने के लिए 5 यूनिट्स पर काम जारी
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि देश में सेमीकंडक्टर चिप मैन्युफैक्चरिंग के लिए जरूरी पांच यूनिट्स पर काम शुरू हो चुका है। सभी काम योजना के अनुसार चल रहे हैं और समयसीमा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सरकार की ‘सेमीकॉन इंडिया’ योजना के तहत इस प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है, जिसमें टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और ताइवान की कंपनी PSMC (पॉवरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉर्पोरेशन) सहयोग कर रही हैं। यह चिप गुजरात के धोलेरा में बनने वाले फैब्रिकेशन प्लांट में तैयार की जाएगी।
क्या होती है सेमीकंडक्टर चिप
सेमीकंडक्टर चिप एक छोटा-सा इलेक्ट्रॉनिक हिस्सा होता है, जिसे सिलिकॉन जैसे सेमीकंडक्टर मैटेरियल से बनाया जाता है। इसमें इंटीग्रेटेड सर्किट्स होते हैं जो कंप्यूटर, मोबाइल, टीवी, गाड़ियाँ और कई दूसरी आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ को चलाने में मदद करते हैं। ये चिप्स प्रोसेसिंग, मेमोरी स्टोरेज और सिग्नल को बढ़ाने जैसे काम करते हैं।
सेमीकंडक्टर चिप के कई प्रकार होते हैं जैसे माइक्रोप्रोसेसर, RAM, फ्लैश स्टोरेज चिप्स और GPU यानी ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट।
आत्मनिर्भर भारत की ओर एक बड़ा कदम
स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप का निर्माण भारत के लिए आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। अभी तक इस टेक्नोलॉजी पर कुछ गिने-चुने देशों का दबदबा रहा है। लेकिन जब भारत का धोलेरा फैब्रिकेशन प्लांट शुरू हो जाएगा, तो यह हमारे अपने सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम की नींव बन जाएगा।
सितंबर-अक्टूबर 2025 तक हो सकता है चिप का अनावरण
मंत्री ने जानकारी दी है कि यह सेमीकंडक्टर चिप सितंबर या अक्टूबर 2025 तक अनवील कर दी जाएगी। बता दें कि इस योजना को दिसंबर 2021 में 76,000 करोड़ रुपये के बजट के साथ मंज़ूरी दी गई थी। अब यह सपना जल्द ही साकार होने जा रहा है।