Mobile Data Protection Tips : कई बार आपके दिमाग में आता है कि आपको एक नई वॉच खरीदनी है या फिर इसके अलावा आप कुछ भी जब नया खरीदने का प्लैन बना रहे होते हैं तो आप अपना सोशल मीडिया ओपन करते हैं। जिस पर आपको उस चीज से रीलेटिड एड्स नज़र आ रहे होते हैं। इन्हें देखकर कईबार तो आप हैरान रह जाते हैं कि, ये क्या ? कहीं मेरा फओन मेरी बातें तो नहीं सुन रहा ? आखिर ये हुआ कैसे?
देखिए, हर स्मार्टफोन में कोई न कोई वॉयस असिस्टेंट तो होता ही है – जैसे Siri, Alexa, या फिर Google Assistant. ये सारे असिस्टेंट्स हमेशा “Hey Siri”, “OK Google” जैसी कमांड्स के इंतज़ार में स्टैंडबाय मोड में रहते हैं। मतलब? मतलब ये कि आपका फोन लगातार आसपास की बातें सुन रहा होता है – चाहे वो बस पालतू बिल्ली की म्याऊं हो या बाइक खरीदने की ख्वाहिश।
कंपनियों को इससे क्या मिलता है?
सादा सा फंडा है – डेटा ही कमाई का ज़रिया है। आप क्या सोचते हो, क्या बोलते हो, किस चीज़ में दिलचस्पी रखते हो – ये सब अगर किसी कंपनी को पहले से पता हो, तो वो आपको वही ऐड दिखाएगी जो आपको क्लिक करने पर मजबूर कर दे।
यानी आपकी पर्सनल बातचीत = उनका टारगेटेड मार्केटिंग हथियार।
खुद से ट्राई करके देखो
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एक ऐसा टॉपिक सोचो जिससे तुम्हारा कोई लेना-देना नहीं, जैसे – “बिल्ली के नाखून काटने के तरीके”।
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कुछ दिन तक उस टॉपिक पर अपने फोन के पास बात करो – पर याद रखो, कुछ भी सर्च नहीं करना।
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फिर देखो कि फेसबुक, इंस्टा या गूगल पर उस टॉपिक से जुड़े ऐड्स दिखने लगे तो… समझ जाओ, कुछ तो चल रहा है पर्दे के पीछे।
कैसे रोकें फोन की छुपी हुई ‘जासूसी’?
iPhone
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Settings > Siri & Search में जाकर ‘Listen for Hey Siri’ और ‘Press Side Button for Siri’ – दोनों बंद कर दो।
Android
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Google ऐप > प्रोफाइल आइकन > Settings > Google Assistant > General
वहां जाओ और असिस्टेंट को OFF कर दो।
कौन-कौन इस्तेमाल कर रहा है माइक ?
Android
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Settings > Privacy > Permission Manager > Microphone
वहां से हर उस ऐप का एक्सेस बंद कर दो जिसे माइक की ज़रूरत ही नहीं।
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iPhone
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Settings > Privacy > Microphone
हर ऐप चेक करो – जो डाउटफुल लगे, उसका टॉगल OFF कर दो।
कैमरा और माइक को रखें सेफ
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कैमरे पर एक स्लाइडिंग कवर या स्टीकर लगाओ।
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माइक को कभी-कभी टेप से ढक सकते हो – हाँ, कॉल में दिक्कत आ सकती है, पर प्राइवेसी तो बची रहेगी।
अपनाएं ये स्मार्ट ट्रिक्स
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हर ऐप को परमिशन देने से पहले सोचो – क्या ये वाकई जरूरी है?
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पुराने ऐप्स और फोन को समय-समय पर अपडेट करते रहो।
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पब्लिक Wi-Fi इस्तेमाल करते वक्त VPN ऑन रखो – ताकि कोई आपकी हरकतें ट्रैक न कर पाए।
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और सबसे ज़रूरी बात – जो ऐप्स काम के नहीं, उन्हें फोन से निकाल फेंको।