smartphone listening to your conversations : आज के समय में स्मार्टफोन सिर्फ एक डिवाइस नहीं रह गया है, बल्कि हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। सुबह उठते ही सबसे पहले हम फोन चेक करते हैं, दिनभर चैटिंग, वीडियो कॉल, सोशल मीडिया, ऑनलाइन शॉपिंग और यहां तक कि बैंकिंग से जुड़े काम भी इसी पर करते हैं। यानी हर वक्त ये डिवाइस हमारे साथ रहता है।
बात करते ही क्यों दिखने लगते हैं वही विज्ञापन?
कभी गौर किया है कि आपने किसी प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में बात की और थोड़ी देर बाद उसी से जुड़े विज्ञापन आपके फोन पर दिखने लगे? जैसे आपने किसी दोस्त से ट्रेकिंग शूज़ की बात की और कुछ ही घंटों में इंस्टाग्राम या यूट्यूब पर ट्रेकिंग शूज़ के ऐड आने लगे। ये कोई इत्तेफाक नहीं है, बल्कि एक तकनीकी रणनीति है।
आपकी बातें सुनता है आपका फोन
असल में, कई बार स्मार्टफोन का माइक्रोफोन बैकग्राउंड में एक्टिव रहता है और वह आपकी बातें सुनता है। इससे आपके इंटरेस्ट का डेटा इकट्ठा होता है, जिसे विज्ञापन कंपनियां टार्गेटेड ऐड दिखाने में इस्तेमाल करती हैं। इस प्रोसेस में आपकी निजता को नुकसान हो सकता है।
Google का फीचर है इसकी वजह
एंड्रॉइड फोन में Google का एक फीचर होता है – “Include voice and audio activity”। यह फीचर फोन को आपके वॉयस डेटा को रिकॉर्ड और सेव करने की अनुमति देता है। यह डिफ़ॉल्ट रूप से ऑन होता है, जिससे बिना आपकी जानकारी के आपकी बातों को स्टोर किया जा सकता है।
इस फीचर को ऐसे करें बंद
अपनी प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए इस फीचर को बंद करना बेहद जरूरी है। इसके लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें:
Settings में जाएं
Google ऑप्शन पर क्लिक करें
Manage your Google Account को चुनें
Data and privacy सेक्शन में जाएं
Web & App Activity खोलें
“Include voice and audio activity” को अनचेक कर दें
ऐप परमिशन देते समय रहें सतर्क
जब भी आप कोई नया ऐप इंस्टॉल करें, तो ध्यान से देखें कि वह क्या-क्या परमिशन मांग रहा है। जरूरी न हो तो कैमरा, माइक्रोफोन, लोकेशन और कॉन्टैक्ट्स जैसी एक्सेस को ना दें। बहुत से ऐप्स आपकी जरूरत से ज्यादा जानकारी मांगते हैं, जो आपकी निजता के लिए खतरा बन सकती है।
आपकी प्राइवेसी आपके हाथ में
थोड़ी सी सावधानी और सही सेटिंग्स बदलने से आप अपने डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं। इससे न सिर्फ अनचाहे विज्ञापनों से बचाव होगा, बल्कि आपकी पर्सनल जानकारी भी सुरक्षित रहेगी। याद रखिए, आज के डिजिटल दौर में प्राइवेसी बचाना आपकी जिम्मेदारी भी है।