Free AI Subscriptions: 2025 का अंत भारतीय स्मार्टफोन यूजर्स के लिए किसी उत्सव से कम नहीं रहा। वैश्विक एआई दिग्गजों—गूगल, ओपनएआई और परप्लेक्सिटी—ने भारत के विशाल बाजार पर कब्जा जमाने के लिए अपने प्रीमियम सब्सक्रिप्शन प्लान्स को पूरी तरह फ्री कर दिया है। यह कदम न केवल डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि भारत को दुनिया के सबसे बड़े एआई परीक्षण मैदान (AI Testing Ground) के रूप में भी स्थापित कर रहा है।
जियो और एयरटेल जैसी टेलीकॉम कंपनियों के साथ रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से, लाखों यूजर्स अब बिना किसी अतिरिक्त खर्च के उन उन्नत फीचर्स का आनंद ले रहे हैं, जिनके लिए दुनिया के अन्य हिस्सों में भारी कीमत चुकानी पड़ती है। कंपनियों के लिए यह डेटा संचय और भविष्य की ब्रांड निष्ठा (Brand Loyalty) सुनिश्चित करने का एक बड़ा दांव है।
प्रमुख Free AI Subscriptions और उनके लाभ
कंपनी | फ्री ऑफर / प्लान | अवधि | पात्रता (Eligibility) |
जेमिनी एआई प्रो (₹1,950/माह) | 18 महीने | जियो (Jio) के 5G यूजर्स | |
OpenAI | चैटजीपीटी गो (₹399/माह) | 12 महीने | सभी भारतीय यूजर्स |
Perplexity AI | परप्लेक्सिटी प्रो (₹17,000/सालाना) | 12 महीने | एयरटेल (Airtel) थैंक्स यूजर्स |
कंपनियों की “भारत नीति” के पीछे का कारण
Free AI Subscriptions कंपनियों की इस दरियादिली के पीछे ठोस रणनीतिक कारण हैं:
विशाल यूजर बेस: भारत में 73 करोड़ से अधिक स्मार्टफोन यूजर्स हैं, जो दुनिया का सबसे सक्रिय डेटा मार्केट है।
एआई ट्रेनिंग डेटा: भारतीय भाषाओं, स्लैंग और विविध उपयोगों का डेटा मॉडल को अधिक सटीक और “ग्लोबल” बनाने में मदद करता है।
बाजार हिस्सेदारी: गूगल और माइक्रोसॉफ्ट के बीच बढ़ती रेस में ‘फर्स्ट मूवर एडवांटेज’ हासिल करना।
उपयोगकर्ता की आदत: एक बार प्रीमियम फीचर्स की आदत होने पर, भविष्य में यूजर्स के पेड सब्सक्राइबर बनने की संभावना बढ़ जाती है।



