पटना। बिहार विधानसभा में कल हुए फ्लोर टेस्ट में मुख्यमंत्री नीतीश ने 129 विधायकों के समर्थन से विश्वास प्रस्ताव जीत लिया। उससे पहले विधान सभा में सदन के अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर भी विधायकों की मुहर लग गई और विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को अपन पद छोड़ना पड़ा। उसके बाद की सभी कार्यवाही उपाअध्यक्ष की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसके बाद से विधानसभा में अध्यक्ष पद खाली है। नई सरकार के सदन में बहुमत साबित करने के बाद अब सदन में अध्यक्ष कौन होगा, इसकी चर्चा जोड़ पकड़ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो नई सरकार में विधानसभा अध्यक्ष भाजपा नेता नंद किशोर यादव होंगे। वो आज अपना नामांकन भी भर सकते है।
लगातार तीसरी बार विधायक
नंद किशोर यादव बीजेपी के बरिष्ठ नेता हैं और पूर्व में पार्टी अध्यक्ष भी रह चुके हैं। फिलहाल वो पटना साहिब सीट से लगातार तीसरी बार विधायक है। फली बार वे पटना नगर निगम का पार्षद चुने गए थे। जिसके बाद उनकी राजनीतिक यात्रा आज विधानसभा अध्यक्ष तक पहुंची गई है। इस दौरान वो भारतीय जनता पार्टी के अनुषांगिक संगठनों के विभिन्न पदों के साथ साथ प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष भी रहे। वो लगातार 7 बार पटना साहिब विधान सभा क्षेत्र से निर्वाचित हो चुके हैं।
पॉलिटिकल करियर
एनडीए की सरकार में कई विभागों के मंत्री भी रह चुके नंद किशोर यादव की राजनीतिक करियर कुछ ऐसा रहा है।
- 1978 – पहली बार नंदकिशोर यादव पटना नगर निगम चुनाव में पार्षद बने थे।
- 1982 – पटना के उपमहापौर बने।
- 1983 -बीजेपी के पटना महानगर अध्यक्ष बनाए गए।
- 1990 -बिहार बीजेपी के युवा मोर्चा अध्यक्ष नियुक्त किए गए।
- 1995 -नंदकिशोर यादव पटना के पूर्वी क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव लड़े और विधायक बने।
- पिछले तीन बार से पटना साहिब विधानसभा सीट से नंदकिशोर यादव बीजेपी के टिकट पर लंबे समय से चुनाव जीतते रहे हैं।