नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में 9 और 10 सितंबर को दो दिवसीय जी-20 का शिखर सम्मेलन होने वाला है. इसमें चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग हिस्सा लेंगे. इनके अलावा दुनियाभर के कई बड़े नेता इस जी-20 के इस महत्वपूर्ण मंच पर मौजूद होंगे. इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन शामिल होंगे. भारत में होने वाले इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
होटलों के कमरों की बुकिंग, 160 से ज्यादा उड़ाने रद्द
नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम किए गए हैं. 8,9 और 10 सितबंर के दिन दिल्ली में सभी सरकारी दफ्तरों और बैंक आदि बंद रहेंगे. बता दें कि शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले दुनियाभर से विशेष मेहमानों का जुटान दिल्ली में होने वाला है. इसके लिए दिल्ली और गुरुग्राम के होटलों में 3,500 कमरों को आरक्षित किया गया है और 160 से अधिक उड़ानों को रद्द कर दिया गया है.
कई देशों के शीर्ष नेता दर्ज कराएंगे अपनी उपस्थिति
गौरतलब है कि जी-20 शिखर सम्मेलन में कई देशों के शीर्ष नेता दिल्ली में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे. अमेरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत आने की अपनी घोषणा कर दी है. 7 सितंबर के दिन वो भारत आएंगे. कनाडा के पीएम ने भी दिल्ली आने के संकेत दिए हैं.
पुतिन नहीं होंगे शामिल, अतिथि देशों को किया आमंत्रित
जी-20 शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हिस्सा नहीं लेंगे. इसका कारण ये बताया गया है कि वो विशेष सैन्य अभियानों पर ध्यान केंद्रीत कर रहे हैं. इन्होंने पिछले साल इंडोनेशिया में हुए जी-20 सम्मेलन और हाल ही में साउथ अफ्रीका में हुए ब्रिक्स सम्मेलन में भी भाग नहीं लिया था. शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कई अतिथि देशों को आमंत्रित किया गया है. इसमें मुख्य रूप से सिंगापुर, स्पेन, नीदरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्त्र, ओमान, बांग्लादेश, नाइजीरिया और मॉरीशस मुख्य रूप से हैं.