अयोध्या ऑनलाइन डेस्क। मिल्कीपुर विधानसभा सीट के मतों की गणना (Milkipur Byelection Result) का कार्य शुरू हो गया। रूझानों में सपा और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है। उपचुनाव को लेकर 5 फरवरी को वोटिंग हुई थी। 3 लाख 70 हजार से अधिक मतदाताओं ने 10 उम्मीदवारों की भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद कर दिया था। बता दें, मतदान के एक्जिट पोल और कुछ पत्रकारों के अपने-अपने सर्वे भी जारी किए थे। सर्वे में बीजेपी की बढ़त के अनुमान का दावा किया गया था।
उपचुनाव में 5 फीसदी अधिक वोटिंग
उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट (Milkipur Byelection Result) पर उपचुनाव के लिए वोटिंग पूरी हो चुकी है। यहां 65.35 फीसदी मतदान हुआ है। जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव से यह 5 फीसदी ज्यादा है। तब 60.2 फीसदी वोटिंग हुई थी। इस सीट पर बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच मुकाबला है। कांग्रेस और बसपा ने अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। कांग्रेस ने सपा को समर्थन दिया है। नगीना लोकसभा सीट से सांसद चंद्रशेखर आजाद की पार्टी ने अपना उम्मीदवार उतारा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिल्कीपुर में बीजेपी का पलड़ा भारी है। यहां समाजवादी पार्टी का पीडीए फॉर्मूला काम नहीं आया है।
10 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला
2024 में हुए लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट पर (Milkipur Byelection Result) सपा के अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के लल्लू सिंह को 7,733 वोट से हराया था। अवधेश प्रसाद को 95,612 और लल्लू सिंह को 87,879 वोट मिले थे। इसके बाद अवधेश प्रसाद सांसद बने और मिल्कीपुर विधानसभा सीट खाली हो गई। सपा ने इस सीट पर अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को प्रत्याशी बनाया। जबकि बीजेपी चंद्रभानु पासवान को मैदान में उतारा। नगीना लोकसभा क्षेत्र से सांसद चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने सपा के बागी संतोष उर्फ सूरज चौधरी को मौका दिया। कुल मिलाकर मिल्कीपुर उपचुनाव में 10 उम्मीदवार चुनाव के मैदान में हैं।
2007 से लेकर 2022 तक के परिणाम
2022 में हुए विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट (Milkipur Byelection Result) पर सपा के अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के गोरखनाथ बाबा को 13,338 मतों से चुनाव हराया था। अवधेश प्रसाद को 1,03,905 वोट और बाबा गोरखनाथ को 90,567 वोट मिले थे। 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के बाबा गोरखनाथ को 86,960 और सपा के अवधेश प्रसाद को 58684 वोट मिले थे। बाबा गोरखनाथ ने अवधेश प्रसाद को 28276 मतों से हराया था। 2012 में अवधेश प्रसाद ने चुनाव जीता था। सपा को 73,803 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी के रामू प्रियदर्शी 32,972 वोट पर सिमट गए थे। 2007 का चुनाव बसपा ने जीता था। आनंद सेन को 60,515 वोट मिले थे। सपा के राज चंद्र यादव को 51,136 वोट मिले थे। बीजेपी के मथुरा प्रसाद को 14,767 वोट मिले, वह तीसरे पायदान पर रहे थे।
जानिए मिल्कीपुर के जातीय आंकड़े
अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के आंकड़ों की बात करें तो यहां कुल मतदाताओं की संख्या 3 लाख 70 हजार है। ऐसा माना जाता है कि इसमें सबसे अधिक अनुसूचित जाति और फिर दूसरे नंबर पर पिछड़े वर्ग के वोटर हैं। यहां अनुसूचित जाति वर्ग में पासी समाज और ओबीसी में यादव सबसे प्रभावी हैं। यहां सवा लाख दलित हैं, जिनमें पासी बिरादरी के वोट ही करीब 57 हजार हैं। इसके अलावा 30 हजार मुस्लिम और 55 हजार यादवों की तादाद है। इसके साथ ही मिल्कीपुर में सवर्ण बिरादरी में ब्राह्मण समाज के 60 हजार मतदाता हैं। क्षत्रियों और वैश्य समुदाय की तादाद क्रमशः 25 हजार और 20 हजार है। अन्य जातियों में कोरी 20 हजार, चौरसिया 18 हजार हैं। साथ ही पाल और मौर्य बिरादरी भी अहम हैं।
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जीआईसी में हो रही मतों की गिनती
वहीं उपचुनाव की मतगणना को लेकर प्रशासन तैयारी पूरी कर ली थी। वोटों की गिनती का कार्य मिल्कीपुर के राजकीय इंटर कॉलेज में हो रहा है। चुनाव आयोग के आदेशानुसार 14 टेबल की व्यवस्था की गई है। मतगणना स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मुख्य द्वार पर बैरिकेडिंग लगाई गई है, जिससे केवल पास धारकों को ही प्रवेश दिया गया है। पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी फुटेज बड़ी एलईडी स्क्रीन पर प्रसारित की जा जा रही है।
30 टेबल पर मतों की गिनती
मतगणना के लिए 30 टेबल लगाई गई हैं, जिन पर 76 मतगणना कार्मिकों को तैनात किया गया है। इसके अलावा दो टेबल आरओ और एआरओ के लिए तथा तीन रिजर्व टेबल भी रखी गई हैं। प्रत्येक टेबल पर चार कार्मिक मौजूद हैं। मतगणना प्रक्रिया सुबह पांच बजे तीसरे रेंडमाइजेशन के साथ शुरू हुई और सभी मतगणना कार्मिक सुबह छह बजे तक स्थल पर गए थे। इसके बाद सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू हुई। परिणाम चक्रवार घोषित किए जाएंगे।
मतगणना कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण
मतगणना से एक दिन पहले, शुक्रवार को विकास भवन सभागार में 19 टीमों को अंतिम प्रशिक्षण दिया गया। प्रत्येक टीम में चार कार्मिकों को शामिल किया गया था। इसके अलावा, पोस्टल बैलेट गणना टीम और ईपीपीबीएस टीम को भी प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण सत्र में कार्मिकों को ईवीएम संचालन, गिनती प्रक्रिया और संभावित समस्याओं के समाधान के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) कृष्ण कुमार सिंह, डीडीओ महेंद्र देव और पीडी गिरीश पाठक की मौजूदगी रही।