नई दिल्ली। उत्तरी अफ्रीक देश मोरक्कों भूकंप के तेज झटकों से दहल उठा है. यहां पर आए विनाशकारी भूकंप में अब तक 800 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. ये प्राकृतिक हादसा मोरक्को के पिछले 60 साल के इतिहास में सबसे बड़ा माना जा रहा है. रिपोर्ट की माने तो भूकंप के झटकों का सबसे बड़ा नुकसान पर्वतीय इलाकों में हुआ है.
820 की मौत, करीब 670 से ज्यादा घायल
बता दें कि शुक्रवार को मोरक्को के हाई एटलस पहाड़ों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. इसकी तीव्रता 7.2 की रही. इतने बड़े स्तर पर आए भूकंप से अब तक 820 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं करीब 670 लोग घायल बताए जा रहे हैं. बचाव कार्य में जुटे अधिकारियों ने दावा किया है कि इस प्राकृतिक हादसे में सबसे ज्यादा नुकसान पहाड़ी इलाकों में हुआ है. राहत बचाव का कार्य लगातार जारी है.
यूनेस्को की हेरिटेज साइट को बड़ा नुकसान
स्थानीय समाचर एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इस भूकंप में मोरक्को के सैकड़ों इमारतों को बड़ा नुकसान हुआ है. ऐसे में यहां के शहर में रहने वाले कई लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है. इस भयानक हादसे में यूनेस्को की हेरिटेज साइट को भी बड़ा नुकसान पहुंचा है.
साल 1960 में आया था सबसे बड़ा भूकंप
गौरतलब है कि भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की माने तो साल 1960 के बाद मोरक्को का भूकंप सबसे बड़ा है. साल 1960 में आए भूकंप में करीब 12000 लोगों की मौत का अनुमान लगाया था. अब तक के इतिहास में तीव्रता के लिहाज से भी 1960 चिली का भूकंप सबसे बड़ा माना गया है.