नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए साउथ अफ्रीका गए हैं. यहां पर पीएम मोदी ब्रिक्स संगठन में शामिल देशों के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक करेंगे. हमारा पड़ोसी मुल्क चाइना भी BRICS संगठन का हिस्सा है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति के बीच मुलाकात हो सकती है. अगर ऐसा होता है कि तो यह पहली बार होगा, जब दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच लद्दाख विवाद के बाद पहली बार मुलाकात होगी.
पिछली बार जी-20 बैठक में हुई थी मुलाकात
साउथ अफ्रीका में होने वाली ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भारत और चीन के राष्ट्राध्यक्षों के बीच मुलाकात हो सकती है. हालांकि दोनों नेताओं के बीच लद्दाख सीमा विवाद को लेकर कोई चर्चा होगी या नहीं इसपर कुछ कहा नहीं जा सकता. बता दें कि इससे पहले दोनों देशों के शीर्ष नेता जी-20 सम्मेलन में एक-दूसरे से मिले थे.
इन 5 देशों का समूह है BRICS
बता दें कि ब्रिक्स कुल 5 देशों को समूह है. जिसमें ब्राजील, रूस, इंडिया, चीन और साउथ अफ्रीका शामिल हैं. 2019 के बाद ऐसा पहला शिखर सम्मेलन होगा, जिसमें ब्रिक्स नेताओं का आमना सामना होगा. साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 15वें ब्रिक्स सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. इसके लिए 22 से 24 अगस्त तक वो साउथ अफ्रीका के दौरे पर होंगे.
BRICS Summit 2023 की ये दो एजेंडे
गौरतलब है कि इस बार के ब्रिक्स सम्मेलन का दो एजेंडा है. पहला एजेंडा यह है कि ब्रिक्स देशों का विस्तार और दूसरा एजेंडा यह है कि ब्रिक्स देशों का अपनी करेंसी में व्यापार करना. वहीं दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामसोफा ने बताया है कि वो ब्रिक्स सदस्य देशों की संख्या बढ़ाने का समर्थन करते हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि दुनियाभर से कुल 23 देशों ने इस संगठन में शामिल होने के लिए आवेदन दिया है.