नई दिल्ली। भारत और कनाडा के रिश्ते बेहद ही तल्ख होते हुए दिख रहे हैं. कनाडा की धरती पर एक समय सक्रिय खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में भारत पर आरोप लगाने के बाद देश ने बड़ा एक्शन लिया है और कनाडाई राजनयिक को बुलाकर तुरंत भारत छोड़ने के लिए कहा.
कनाडा में हिंदू पुजारी के हत्या से हुई थी शुरुआत
बता दें कि ये पूरा मामला साल 2022 में पंजाब के भारसिंहपुर गांव में एक हिंदू पुजारी की हत्या से शुरु हुआ था. इस हत्या की साजिश का आरोप खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर पर लगाते हुए एनआईए ने उसपर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था. जल्द ही वो गिरफ्तार हो सकता था.
खालिस्तानी आतंकवादी की 18 जून को हुई थी हत्या
इसके बाद खालिस्तानी टाइगर फोर्स के के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा के एक गुरुद्वारे के सामने 18 जून को गोली मारकर हत्या कर दी गई. इसके कई महीनों बाद कनाडाई पीएम जस्टिन टूडो ने 18 सितंबर यानी सोमवार को हत्याकांड को लेकर भारत पर आरोप लगाया था.
जी-20 शिखर सम्मेलन में भी किया था जिक्र
कनाडा के पीएम ने भारत में हुए दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर भी जिक्र किया. उन्होंने कहा है कि इस मुद्दे को लेकर उन्होंने पीएम मोदी से सीधे तौर पर बात की और प्रधानमंत्री मोदी ने भी कनाडा में बढ़ रहे भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में जस्टिस टूडो के सामने गहरी चिंता जताई थी.
कनाडा में भारतीय राजनयिक को किया निष्कासित
गौरतलब है कि इस मामले में नया मोड़ तब देखने को मिला, जब कनाडा के विदेश मंत्री मेलाली जोली ने निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाते हुए एक भारतीय राजनयिक को निष्कासित करने का बड़ा आदेश दिया था. लेकिन इस सफेद झूठ पर भारत ने करारा जवाब दिया और कनाडाई उच्चायुक्त मैक्केय को 5 दिन के अंदर भारत छोड़ने को कहा.