नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। सदियों के घाव भर रहे हैं, सदियों की वेदना आज विराम पा रही है। सदियों से आस्था डिगी नहीं, एक पल भी विश्वास टूटा नहीं। धर्म ध्वजा केवल ध्वजा नहीं, बल्कि भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का प्रतीक है। आने वाले सदियों तक यह ध्वज प्रभु राम के आदर्शों का उद्घोष करेगा। यह ध्वज प्रेरणा देगा कि प्राण जाए पर वचन न जाए। ये शब्द पीएम नरेंद्र मोदी के हैं, जो उन्होंने रामनगरी अयोध्या में खड़े होकर हजारों लोगों की मौजूदगी में कहे। पीएम नरेंद्र मोदी ने समय भी चुना। तारीफ भी तय की और ऑन-बान-शान के साथ राम मंदिर के शिखर पर 22 फीट लंबी और 11 फीट चौड़ी धर्मध्वजा लहराया। इसी के बाद अब देश में सियासत भी शुरू हो गई है। पाकिस्तान को भी धर्मध्वजा पसंद नहीं आई। जिस पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपने तरीके से यलगार कर दिया है। छतरपुर वाले महाराज जी डंके की चोट पर राम विरोधियों की ठठरी बांध रहे हैं।
अयोध्या में राम मंदिर बनकर तैयार हो गया। राम मंदिर पर धर्मध्वजा लहराया रही है। रामलला के दर पर भक्तों का हरदिन जनसैलाब उमड़ रहा। पूरा भारम मगन हैं। भारतीय राममय है तो वहीं बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी गदगद हैं। उन्होंने अयोध्या में धर्मध्वजा फहराए जाने पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मुगल आक्रांताओं पर निशाना साधते हुए कहा चढ़ मुगलों की छाती पर भगवा लहराया है, कब्र से उठकर देख ले बाबर, मंदिर वहीं बनाया है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आगे कहा अभी राम मंदिर बना है। रामलला के मंदिर पर देश के यशस्वी पीएम नरेंद्र मोदी ने भगवा ध्वज फहराया है। आज पूरा देश गौरवान्वित है। जहां कभी हरे झंडे की योजना बनाई जाती थी, आज वहां भगवा लहरा रहा है। भारत का हिन्दू अब जाग गया है। अब हिन्दु जातियों में बंटेगा नहीं। एक होकर सनातन की परचम पूरी दुनिया में लहराएगा।
बाबा बागेश्वर ने मथुरा जन्मभूमि विवाद पर भी बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा, कृष्ण लला हम आयेंगे, माखन मिश्री खाएंगे, जिन्हें दिक्कत हो, बेटा वो खिसक लें। उन्होंने कहा हिंदुत्व के गर्व, राम मंदिर की पूर्णता और राष्ट्रवादी भावनाओं से पूरी तरह सराबोर हो गया है। उन्होंने इसे हिंदू पूरक विचारधारा की विजय और सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना का प्रतीक बताया है। उन्होंने कहा, हम तन से दूर हैं, लेकिन मन से दूर नहीं हैं। हम रामलला के चरणों को प्रणाम करते हैं। बाबा बागेश्वर ने लोगों से अपने घरों पर भगवा ध्वज लगाने की अपील की। हिंदू प्रण लेकर अपने घरों पर भगवा ध्वज लगा दें। उन्होंने इशारों में मुस्लिमों की चर्चा करते हुए कहा कि उनके तीन घर हों तो वे अपने तीनों घरों पर हरा झंडा लगा देते हैं। वहां जाओ तो लगता है कि दूसरे देश में पहुंच गए हैं। यदि हिंदू भी अपने घरों पर भगवा ध्वज लगा दें तो सब अयोध्या धाम हो जाएगा।
दरअसल, अयोध्या का राम मंदिर मंगलवार को संपूर्ण हो गया। प्राण प्रतिष्ठा के 673 दिनों बाद पीएम मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण किया। सुबह 11.50 बजे अभिजीत मुहूर्त में बटन दबाते ही 2 किलो की केसरिया ध्वजा 161 फीट ऊंचे शिखर पर फहराने लगी। चारों शंकराचार्यों को छोड़कर देशभर के मठों के संत मंदिर परिसर में मौजूद रहे। शहर को 1000 क्विंटल फूलों से सजाया गया। पीएम मोदी भी भावविभोर हो गए। उन्होंने धर्मध्वजा को हाथ जोड़कर प्रणाम किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा आज सदियों के घाव भर गए हैं। हम देश को गुलामी की मानसिकता से मुक्त करके रहेंगे। यह मानसिकता इतनी हावी हो गई थी कि वर्षों तक भगवान राम को काल्पनिक बताया गया। पीएम मोदी ने कहा अयोध्या वह भूमि है, जहां आदर्श आचरण में बदलते हैं। यह वही भूमि है, जहां राम ने जीवन शुरू किया। इसी धरती ने बताया कि एक व्यक्ति अपने समाज की शक्ति से कैसे मर्यादा पुरुषोत्तम बनता है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि जब भगवान यहां से गए तो युवराज राम थे, लौटे तो मर्यादा पुरुषोत्तम बनकर लौटे। हर कालखंड में राम के विचार ही हमारी प्रेरणा बने हैं। विकसित भारत की यात्रा को गति देने के लिए ऐसा रथ चाहिए, जिसके पहिये शौर्य और धैर्य हों। ऐसा रथ जिसकी ध्वजा नीति-नीयत से समझौता न करे। ऐसा रथ जिसके घोड़े बल, विवेक, संयम और परोपकार हों। पीएम मोदी के बाद सीएम योगी भी बोले। उन्होंने राम मंदिर की लड़ाई के 500 बरस की गाथा सुनाई। बाबर से लेकर औरंगजेग का जिक्र किया। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी बोले और भगवान श्रीराम के बताए मार्ग पर चलने की अपील की। धर्मध्वजा के बाद अब अयोध्या का राम मंदिर बनकर पूरी हो गया। रामलला के दर पर हरदिन भक्तों का जनसैलाब उमड़ रहा। 2025 में करीब 12 करोड़ भक्त रामलला के दर्शन कर पुण्ण कमा चुके हैं।
