UP Election 2027: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह भावनाओं (इमोशन) के सहारे सरकार चला रही है। उन्होंने मौजूदा शासन पर आगामी UP Election 2027 विधानसभा चुनाव से पहले ही बेईमानी और गड़बड़ी शुरू करने का आरोप लगाया। लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, अखिलेश यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में अभी चुनाव होने में 427 दिन बाकी हैं, लेकिन सरकार अभी से ही धांधली में जुट गई है। उन्होंने सरकार से पूछा कि पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के कितने ईआरओ (निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी) लगाए गए हैं, जिसका सीधा अर्थ चुनावों में निष्पक्षता पर सवाल उठाना है। सपा प्रमुख ने चुनाव आयोग पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए वोटर लिस्ट में खामियों का उल्लेख किया।
2027 चुनाव से पहले धांधली और आयोग पर आरोप
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने दावा किया कि योगी सरकार ने UP Election 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले ही बेईमानी शुरू कर दी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अभी चुनाव में लगभग 427 दिन बाकी हैं और सरकार ने अभी से ही गड़बड़ी करना शुरू कर दिया है। अखिलेश ने चुनाव आयोग के कार्य पर गंभीर सवाल उठाए, यह कहते हुए कि आयोग से उनकी बहुत सी शिकायतें हैं। उन्होंने दावा किया कि 2003 की वोटर लिस्ट पूरी तरह से साफ है, जबकि मौजूदा लिस्ट में खामियां हैं। उन्होंने अयोध्या में दी गई जानकारी के अस्पष्ट होने का भी जिक्र किया। उन्होंने आरोप लगाया कि अयोध्या के एक डीआईओएस (जिला विद्यालय निरीक्षक), जिसकी जांच चल रही थी, ने वोट डलवाने में सरकार की मदद की।
महंगाई, भ्रष्टाचार और कमजोर सूचना तंत्र
लखनऊ में सपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने सरकार को महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर भी घेरा। उन्होंने कहा कि इस सरकार में हर चीज महंगी है और सरकार का किसी भी चीज पर नियंत्रण नहीं है। जल जीवन मिशन पर कटाक्ष करते हुए, उन्होंने कहा कि इसमें पानी नहीं, बल्कि बजट बह रहा है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि अधिकारी मिलकर जमीनों पर कब्ज़ा करा रहे हैं।
सरकार के सूचना तंत्र को कमजोर बताते हुए अखिलेश ने तंज किया कि इसी कारण घुसपैठिए आ रहे हैं, और साथ ही चुटकी ली कि “कहीं चुनाव तो नहीं है?” इस दौरान, उन्होंने बच्चों को गोद में उठाकर दिखावा करने वाले नेताओं पर भी निशाना साधा। जब उनके बेटे खजांची ने मोबाइल मांगा, तो उन्होंने कहा कि मोबाइल नहीं देना चाहिए, क्योंकि कई देश इस पर प्रतिबंध लगा रहे हैं।
‘PDA’ के लिए संघर्ष और राष्ट्रीय पार्टी का सपना
अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के मुख्य एजेंडे ‘पीडीए’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के लिए संघर्ष करने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि उनका संघर्ष यह सुनिश्चित करने के लिए होगा कि पीडीए का एक भी वोट न कटे और बेईमानी न हो। उन्होंने आधार कार्ड को न मानने के मुद्दे पर कोर्ट जाने की बात भी कही।
सपा प्रमुख ने पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने के अपने सपने पर भी बात की, जिसके लिए उन्होंने UP Election 2029 तक इंतजार करने की आवश्यकता बताई। स्वास्थ्य सुविधाओं पर सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि अस्पताल खोल दिए गए हैं, लेकिन इलाज की सुविधा नहीं है; कैंसर का इलाज उपलब्ध नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार प्राइवेट अस्पतालों का उद्घाटन करके खुश होती है, क्योंकि यह सरकारी अस्पतालों को बंद करने की दिशा में एक कदम है। बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में, उन्होंने आजम खान के ‘जंगल राज’ वाले बयान का बचाव करते हुए कहा कि आजम ने इसमें क्या गलत कहा।
