नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव पर सबकी नजर है। पहले चरण में बंपर वोटिंग से एनडीए और महागठबंधन अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। दूसरे चरण को लेकर भी भीषण घमासान देखने को मिला। पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा बीजेपी के दिग्गज नेता बिहार की धरती पर ढेरा जमाए रहे। मतदान से ठीक पहले धुआंधार रैलियां हुई। चौपालें सजीं। सोशल मीडिया के जरिए भी जीत-हार को लेकर जोरआजमाइस जारी रही। अब चुनावी शोर थम गया है। पीएम नरेंद्र मोदी विदेश दौरे पर चले गए हैं। अमित शाह भी दिल्ली स्थित बीजेपी के वाररूम से बैठकर हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं तो सीएम योगी भी फुल एक्टिव हैं। वह खुद पटना को छोड़ चुके हैं। महाराज जी गोरखपुर के सांसद रवि किशन को अभी भी ड्यूटी पर तैनात रखा है। अब सांसद एक्टर रवि किशन की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर गर्दा उड़ाए हुए है। ये तस्वीर महागठबंधन के नेताओं की भी टेंशन बढ़ा दी है।
तो चलिए अब हम आपको बताते हैं कि पटना से आई उस तस्वीर के बारे में, जो बिहार चुनाव में बड़े उलटफेर के संकेत दिए हैं। दरअसल, जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव और बीजेपी सांसद रवि किशन की एक गुप्त मुलाकात हुई। ये मुलाकात सिर्फ एक इत्तेफाक नहीं थी, क्योंकि तेज प्रताप ने खुद बताया कि वे दो दिनों में लगातार दूसरी बार मिले हैं। पटना एयरपोर्ट पर हुई इस अनौपचारिक भेंट के दौरान, दोनों नेताओं की बॉडी लैंग्वेज देखने लायक थी। मीडिया के सामने आने से पहले रवि किशन को तेज प्रताप यादव के कान में झुककर कुछ कहते हुए देखा गया। हालांकि, कान में क्या कहा गया, यह सार्वजनिक नहीं हुआ, लेकिन इसके तुरंत बाद रवि किशन ने उत्साह के साथ ’हर हर महादेव’ का उद्घोष किया। रवि किशन ने इस मुलाकात को ’हर हर महादेव की जोड़ी’ बताते हुए कहा कि शंखनाद साथ में ही होगा, जिसने सियासी अटकलों को हवा दे दी कि क्या वे भविष्य में किसी राजनीतिक गठबंधन की ओर इशारा कर रहे हैं।
तेज प्रताप यादव ने खुद मीडिया को बताया कि उनकी रवि किशन से मुलाकात कल भी हुई थी और आज फिर हुई है। चुनाव प्रचार की गहमागहमी के बीच दो अलग-अलग दलों के कद्दावर नेताओं का लगातार दो दिनों में मिलना महज संयोग नहीं माना जा रहा है। बीजेपी सांसद रवि किशन ने तेज प्रताप को भोलेनाथ का भक्त बताते हुए यह भी कहा कि बीजेपी में निस्वार्थ सेवा करने वाले ’भोलेनाथ के भक्तों’ का हमेशा स्वागत है। तेज प्रताप से मुलाकात के बाद रवि किशन ने कहा कि हर हर महादेव की जोड़ी है, महादेव का शंखनाद साथ में ही होगा। बिहार की राजनीति में एक बड़ा सवाल छोड़ गया है। क्या यह एक नए राजनीतिक गठजोड़ का इशारा है, या फिर रवि किशन ने ये बात केवल उनकी साझा धार्मिक आस्था के संदर्भ में कही। तेज प्रताप ने बेरोजगारी मिटाने वाले का साथ देने की बात कहकर भविष्य के लिए अपने पत्ते नहीं खोले, लेकिन दोनों नेताओं की यह ’महादेव जोड़ी’ चर्चा का केंद्र बनी हुई है। इस मुलाकात पर राजनीति तेज हो गई है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह एनडीए का समर्थन कर सकते हैं।
इस पर बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने प्रतिक्रिया दी। प्रतुल शाहदेव ने मुलाकात को एक सामान्य बातचीत बताया और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर बेबुनियाद अफवाहें फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने बात करते हुए कहा कि यह एक सामान्य मुलाकात थी। चुनाव प्रचार के दौरान नेता अक्सर हवाई अड्डों, नुक्कड़ सभाओं या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर मिलते हैं। ऐसी अचानक मुलाकातों से निष्कर्ष निकालना अजीब है। केंद्रीय और राज्य के नेताओं के बीच मुलाकातें अक्सर होती रहती हैं। इन्हें ज्यादा महत्व नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार चुनाव लड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा और नीतीश कुमार की रैलियों में उमड़ी भारी भीड़ जनता के मूड को साफ तौर पर दर्शाती है। पहले चरण के मतदान के बाद, हमारा मानना है कि एनडीए 80 से 90 सीटें जीतेगा और दूसरे चरण के बाद, हमारी सीटें 160 को पार कर जाएंगी। इस बार, एनडीए दो-तिहाई बहुमत की ओर बढ़ रहा है।
