Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के कानपुर के सचेंडी क्षेत्र में रविवार को अवैध पटाखा निर्माण के दौरान भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गया। धमाका इतना तेज था कि उसका हाथ का पंजा पूरी तरह उड़ गया और आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घायल व्यक्ति की पहचान 50 वर्षीय शकील, निवासी बिरारा गांव, के रूप में हुई है।
कुछ दिन पहले ही कानपुर के विषातखाना क्षेत्र में हुए बम धमाके के बाद पुलिस ने शहर में सख्ती बढ़ाई थी। उसी के अगले दिन फजलगंज और नौबस्ता थानों की टीम ने भारी मात्रा में अवैध रूप से जमा पटाखे बरामद किए थे। इसके बावजूद, शहर के बाहरी इलाकों — खासकर सचेंडी क्षेत्र — में अवैध पटाखों का निर्माण जारी रहा, जिसके परिणामस्वरूप यह हादसा हुआ।
कब्रिस्तान के पास हुआ धमाका
थाना सचेंडी से करीब दो किलोमीटर दूर कब्रिस्तान के पास यह धमाका हुआ। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वहां भारी मात्रा में देसी बम बनाने का सामान, सुतली बमों के टुकड़े, जला हुआ प्लास्टिक, मौरंग, गिट्टी और बारूद का मिश्रण बिखरा पड़ा मिला।
आशंका जताई जा रही है कि मौके पर चार अन्य लोग भी मौजूद थे, जो विस्फोट के बाद भाग निकले।
गंभीर रूप से झुलसा शकील, हालत नाजुक
धमाके में शकील के दोनों हाथों के पंजे बुरी तरह झुलस गए और शरीर का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा जल गया। उसे पहले कल्याणपुर स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर सरकारी अस्पताल हौसला में भर्ती कराया गया। मुख्य चिकित्सक डॉ. सपन गुप्ता के अनुसार, मरीज की स्थिति अत्यंत गंभीर है और उसे बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
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स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि विस्फोट इतना जबरदस्त था कि उसकी आवाज लगभग एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। लोग घबराकर मौके की ओर दौड़े और देखा कि खेत में बिखरा बारूद और जले हुए सुतली बमों का ढेर पड़ा था।
घटना के बाद से ही इलाके में दहशत का माहौल है।
कानपुर पुलिस अलर्ट मोड पर
घटना की सूचना मिलते ही कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने आसपास के सभी बाहरी इलाकों में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस अब उन ठिकानों पर छापेमारी कर रही है, जहां अवैध रूप से पटाखे या देसी बम बनाने की गतिविधियों की आशंका है।
अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और अवैध पटाखा निर्माण पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए विशेष टीम गठित की गई है।