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खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में पहली बार 206 यूनिवर्सिटी कर रही प्रतिभाग

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में पहली बार 206 यूनिवर्सिटी कर रही प्रतिभाग

लखनऊ– खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम के तीसरे संस्करण की शुरुआत कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल रूप से की थी। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की शुरुआत के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलो इंडिया में खेल रहे खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं दी थी। साथ ही कहा था कि उत्तर प्रदेश में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम की भव्य तरीके से मेजबानी की जा रही है।

निशिथ प्रमाणिक ने कहा खिलाड़ियों के लिए बड़ा अवसर

4700 खिलाड़ी इस बार प्रतिभाग कर रहे है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम का आज दूसरा दिन है। दूसरे दिन केंद्रीय खेल राज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक ने कहा कि यह खिलाड़ियों के लिए बड़ा अवसर है अपने आप को साबित करने का अपनी प्रतिभा को निखारने का। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार ने शानदार तरीके से खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी कर रहे हैं। मैं सभी खिलाड़ियों को बधाई देता हूं कि वह इस खेल का हिस्सा है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम का यह तीसरा एडिशन है।

206 यूनिवर्सिटी से आए 4700 खिलाड़ी 

206 यूनिवर्सिटी से आए हुए 4700 खिलाड़ी अलग-अलग खेल विधाओं में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे है। मुझे लगता है कि इस बार खिलाड़ी अपने ही बनाए गए ऐतिहासिक रिकार्डों को तोड़ेंगे। खेलो इंडिया का आयोजन लखनऊ गोरखपुर वाराणसी और गौतम बुद्ध नगर में किया जा रहा है। गोरखपुर में वाटर स्पोर्ट्स खिलाड़ी अपना जौहर दिखाएंगे। इस बार इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि वाटर स्पोर्ट को भी खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम में शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है भारत को स्पोर्टिंग नेशन बनाना।

PM मोदी का सपना हो रहा है साकार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह सपना धीरे-धीरे साकार होता नजर आ रहा है। केंद्रीय खेल राज्य मंत्री ने आगे कहा कि मैं विशेष रूप से योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश सरकार का धन्यवाद व्यक्त करता हूं जिन्होंने इतना शानदार आयोजन किया है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी के में इस बार डेडिकेटेड मोबाइल एप भी लॉन्च किया गया है। जिसके माध्यम से खिलाड़ियों को काफी सहूलियत मिल रही है। खिलाड़ियों का फेस रिड करके उनको गेम में आसानी से जाने की अनुमति मिल रही है।

खिलाड़ियों के लिए कही ये बड़ी बात

देश में पहली बार ऐसी व्यवस्था को लागू की गई है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम खेल रहे सभी खिलाड़ी देश के स्टार खिलाड़ी है और भविष्य में या खिलाड़ी वैश्विक मंच पर हिंदुस्तान का नाम रोशन करेंगे। दिल्ली में खिलाड़ियों के जंतर मंतर पर धरने की बात पर जवाब देते हुए कहा पहली बात यह है कि जो खिलाड़ी है वह जाति धर्म मजहब के ऊपर होता है। खिलाड़ी की अपनी खुद की एक पहचान है। खिलाड़ी कभी खुद के लिए नहीं सोचता वह देश के लिए सोचता है। देश के लिए जीता है, देश के लिए मेडल लाता है। देश का नाम विश्व पटल पर रोशन करता है। खिलाड़ी को खेल की भावना से देखने का नजरिया रखना चाहिए।

भारत को बनाएंगे एक रिपोर्टिंग हब

पीएम मोदी की दूरदृष्टि का नतीजा है कि आज हम इतने बड़े खेलों का आयोजन कर रहे हैं। जिसकी चर्चाएं विश्व में है प्रधानमंत्री की कल्पना के अनुसार हर जिले में खेलो इंडिया सेंटर बनाए गए हैं। 2023 के आखिरी तक खेलो इंडिया सैंटरो की संख्या 1000 के पार हो जाएगी। ग्रामीण प्रतिभाओं को एक प्लेटफार्म देने के लिए हर जिले में खेलो इंडिया सेंटर बनाए गए हैं। अगर हम मणिपुर जैसे प्रदेश की बात करें तो वहां प्रतिभाओं को आगे निखारने के लिए 11 जिले में 22 खेलो इंडिया सेंटर बन चुके हैं। जहां से खिलाड़ी लगातार अपनी प्रतिभा निखार रहे हैं। हमारी सरकार का कहना है कि हम भारत को एक रिपोर्टिंग हब बनाएंगे।

नरेंद्र मोदी खिलाड़ियों को करते हैं सपोर्ट

प्रधानमंत्री खिलाड़ियों को कितना सपोर्ट करते हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब हमारी महिला हॉकी टीम ओलंपिक में खेल रही थी तो पूरे देश की भावनाएं उनके साथी और हमारी महिला हॉकी टीम मैच हार गई थी। खिलाड़ियों का मनोबल गिरता देख कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद बात करके उनका मनोबल बढ़ाने के साथ-साथ भविष्य में और बेहतर खेलने की शुभकामनाएं दी थी। वहीं जब टीम ओलंपिक से लौटकर हिंदुस्तान आई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्मजोशी के साथ खिलाड़ियों का हौसला अफजाई किया था।

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