UP Crime : उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने सभी को चौंका दिया है। यहां दस वर्ष पहले मृत पाए गए एसीएमओ ब्रह्मणारायण तिवारी के सरकारी आवास के सील कमरे से 22 लाख रुपये की नकदी बरामद हुई है। यह रकम बिस्तर में छिपाकर रखी गई थी और इसमें ज्यादातर 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट शामिल हैं।
एसीएमओ बीएन तिवारी, जो मूल रूप से प्रतापगढ़ जिले के निवासी थे, 28 अगस्त 2007 को अंबेडकरनगर स्थानांतरित होकर आए थे। उन्हें मीरानपुर सीएचसी परिसर में स्थित एक सरकारी आवास आवंटित किया गया था, जहां वे अकेले रहते थे। 29 जनवरी 2014 की सुबह अचानक यह खबर फैली कि डॉ. तिवारी घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। प्रशासन जब मौके पर पहुंचा और दरवाजा तोड़ा, तो उन्हें उनका शव बेड पर मिला। उस वक्त से यह कमरा सील कर दिया गया था।
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जिलाधिकारी के आदेश पर खोला गया कमरा
अब, जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला के आदेश पर जब इस पुराने सरकारी आवास की मरम्मत के लिए ताला खोला गया, तो बिस्तर के नीचे छिपाकर रखे गए करीब 22 लाख रुपये के पुराने नोट बरामद हुए। सीएमओ डॉ. संजय कुमार शैवाल ने जानकारी दी कि बरामद की गई नकदी को सरकारी खजाने (त्रेजरी) में जमा करा दिया गया है। हालांकि, इस पूरे मामले में अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। यह घटना एक दशक पुराने रहस्य को फिर से जीवित कर गई है, और अब इसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतनी बड़ी रकम वहां क्यों और किसके लिए रखी गई थी।