प्रयागराज। बीजेपी में एक समय प्रोपेगेंडा मिनिस्टर हुआ करते थे, लेकिन अब पूरी सरकार ही प्रोपेगेंडा सरकार बन चुकी है। सरकार ने मोटरसाइकिल से श्रद्धालुओं को ढोने को भी रोजगार का नाम दे दिया, जो पूरी तरह से जनता को भ्रमित करने वाला कदम है। ये बातें रविवार को प्रयागराज दौरे पर पहुंचे समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कही।
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार हर मामले पर विफल रही। अपराध चरम पर हैं। भ्रष्टाचार कम होने के बजाए बढ़ा है। महाकुंभ को लेकर सरकार ने कई दावे किए, जो झूठ साबित हुए। सपा प्रमुख ने कहा कि वे अपने अनुभव और जनता की भलाई के लिए सरकार को चेतावनी और सुझाव देते रहेंगे, भले ही बीजेपी उसे आलोचना माने या बुराई।
अखिलेश यादव ने महाकुंभ को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाएं कम और प्रचार अधिक किया गया, और बीजेपी ने उनकी ओर से सोशल मीडिया पर दिए गए सुझावों को आलोचना समझ लिया। जबकि हमने अपने पुराने अनुभव साझा किए और सरकार को सलाह भी दी। लेकिन बीजेपी दूसरों की सलाह कहां मानती है।
अखिलेश यादव ने कहा, ‘मुझे पहले ही आप लोगों के बीच आना चाहिए था। 2013 के कुंभ के सफल आयोजन के बाद हमें अनुभव था, उसी अनुभव के आधार पर हमने लगातार सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने सुझावों को नकारात्मकता मानकर खारिज कर दिया, जबकि उनका उद्देश्य केवल महाकुंभ की बेहतरी था। क्योंकि 2019 में हमने महाकुंभ का सफल आयोजन करके दिखाया था।
अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि इस बार का कुंभ आयोजन 2013 के मुकाबले कमजोर दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा, ‘2013 का कुंभ हमारी सरकार की पूर्व तैयारी का परिणाम था, लेकिन 2025 में ऐसी कोई तैयारी नहीं दिखी। जिसके कारण श्रद्धालुओं को अनेकों कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। भक्तों को 20 से 25 किमी की पैदल यात्रा करनी पड़ी।
अखिलेश यादव ने सरकार द्वारा डिजिटल कुंभ के दावों को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “ड्रोन से निगरानी, सीसीटीवी कैमरे और तकनीक का उपयोग होना था, लेकिन समय पर सब कुछ बंद कर दिया गया। ड्रोन उड़ने की बातें हुईं, लेकिन असल में ऐसा कुछ नहीं हुआ। सरकार के अधिकारी मीडिया मे ंवाहवाही लूटने को लेकर गलत जानकारियां देते रहे।
अखिलेश यादव ने संगम नोज पर भगदड़ में हुई मौतों को लेकर भी सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि सरकार ने मृतकों की संख्या नहीं बताई, और परिजनों पर दबाव बनाकर मौत के कारण बदलने की कोशिश की गई। अखिलेश यादव ने कहा, “बीजेपी सरकार झूठे आंकड़े फैलाने और सच्चे आंकड़े छुपाने में माहिर है।
अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 100 करोड़ श्रद्धालुओं के इंतजाम का दावा किया, लेकिन हकीकत कुछ और है। सरकार ने भगदड़़ में गई लोगों की जान के आंकड़े छिपाए हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ के पार्किंग, होल्डिंग एरिया, ट्रेन और बसों की संख्या पर स्टडी होनी चाहिए। मैं तो इसको लेकर मांग करता हूं कि लोग सामने आएं और महाकुंभ को लेकर स्टडी करें।
अखिलेश यादव ने घोषणा की कि वे महाकुंभ को लेकर दिए गए सुझावों को एक किताब के रूप में जारी करेंगे, ताकि जनता को सच पता चल सके। उन्होंने कहा, 2013 में हमारी सरकार द्वारा आयोजित कुंभ पर दुनिया की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटियों ने स्टडी की थी। हमने वो रिपोर्ट दिल्ली और लखनऊ में प्रेस के सामने रखी थी। लेकिन बीजेपी सरकार तो सुझावों को भी आलोचना समझ बैठती है।