Aligarh में पुलिस वैन हादसा: दारोगा, दो सिपाही और कैदी की मौत, जांच शुरू

अलीगढ़ के लोधा क्षेत्र में पुलिस वैन और खड़े कैंटर की टक्कर में एक दारोगा, दो सिपाही और कैदी की मौत हो गई। दो पुलिसकर्मी गंभीर घायल, पुलिस ने जांच शुरू की।

Aligarh

Aligarh accident: अलीगढ़ के लोधा थाना क्षेत्र में उस वक्त सनसनी फैल गई जब फिरोजाबाद पुलिस की एक वैन चिकाबटी गांव के पास सड़क किनारे खड़े कैंटर से टकरा गई। वैन बुलंदशहर की ओर एक कैदी को लेकर जा रही थी। इस भीषण हादसे में एक दारोगा, दो सिपाही और कैदी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और त्वरित बचाव कार्य शुरू किया गया।

हादसे की वजह बना खड़ा कैंटर, वैन क्षतिग्रस्त

प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, फिरोजाबाद पुलिस वैन में कुल पांच पुलिसकर्मी और एक कैदी सवार थे। चिकाबटी गांव के पास सड़क किनारे एक कैंटर खड़ा था, जिससे वैन की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि वैन का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। स्थानीय पुलिस और ग्रामीणों की मदद से शवों को बाहर निकाला गया। मृतकों की पहचान हो गई है और उनके परिजनों को सूचित कर दिया गया है।

कैंटर चालक के खिलाफ मामला दर्ज, जांच जारी

Aligarh पुलिस ने कैंटर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और हादसे के सभी पहलुओं की जांच शुरू कर दी गई है। अधिकारियों के मुताबिक, हादसे का कारण तेज रफ्तार, वाहन चालक की लापरवाही या सड़क की स्थिति हो सकती है। पुलिस की एक टीम तकनीकी और फोरेंसिक साक्ष्य इकट्ठा कर रही है ताकि वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके। घटना के वक्त यातायात सामान्य था, जिससे साफ होता है कि टक्कर पूरी तरह वैन की गति और सतर्कता पर निर्भर थी।

Aligarh पुलिस महकमे में शोक, एसएसपी ने जताया दुख

इस हादसे ने Aligarh पुलिस महकमे को गहरे शोक में डाल दिया है। अलीगढ़ के एसएसपी ने घटना पर गहरा दुख जताया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने कहा कि मृतक कर्मियों को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। साथ ही, उन्होंने सड़क सुरक्षा नियमों के सख्त पालन की आवश्यकता पर बल दिया। स्थानीय लोग इस हादसे को लेकर स्तब्ध हैं और सड़क किनारे खड़े भारी वाहनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं।

 

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