Amethi tanker accident: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में मंगलवार सुबह एक हैरान करने वाला नजारा देखने को मिला, जब वाराणसी-लखनऊ हाईवे पर रिफाइंड ऑयल से भरा एक टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया। टैंकर के पलटते ही आसपास के गांवों में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीण बाल्टी, डिब्बा और बर्तन लेकर मौके पर पहुंच गए और लीक हुए तेल को भरने लगे। घटनास्थल पर तेल लूटने की होड़ मच गई। किसी ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जो देखते ही देखते चर्चा का विषय बन गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को हटाकर घायल चालक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। हादसे के बाद भी हाईवे पर यातायात सामान्य रहा।
आज घर पर पूड़ियां इसी रिफाइंड में बनेंगी.. पनीर की सब्जी भी इसी तेल से तैयार होगी.. वीडियो अमेठी का है जहां रिफाइंड से भरा एक टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया. रिफाइंड टैंकर से बेहकर चारों तरफ फैल गया. लोगों ने सुना तेल बह रहा है तो बर्तन लेकर दौड़ पड़े.. कीचड़ से चुल्लू भर भरकर तेल… pic.twitter.com/LnkwA2zItQ
— Vivek K. Tripathi (@meevkt) June 3, 2025
टैंकर पलटते ही मचा हड़कंप, लूटने लगे रिफाइंड ऑयल
मंगलवार सुबह Amethi जिले के कमरौली थाना क्षेत्र में वाराणसी-लखनऊ हाईवे पर कठौरा के पास एक रिफाइंड ऑयल से भरा टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया। यह टैंकर सुल्तानपुर से लखनऊ की ओर जा रहा था। हादसे की सूचना फैलते ही आस-पास के गांवों के लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने जमीन पर फैले तेल को लूटने के लिए होड़ लगा दी। कोई डिब्बा लेकर आया तो कोई बाल्टी, और कुछ लोगों ने बोतलों तक में तेल भरना शुरू कर दिया।
घायल चालक को कराया गया भर्ती, पुलिस ने हटाई भीड़
हादसे में टैंकर चालक रामराज, जो बाराबंकी के बहादुर हैदरगढ़ का निवासी है, गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही कमरौली पुलिस Amethi तत्काल मौके पर पहुंची और घायल चालक को इलाज के लिए जगदीशपुर ट्रामा सेंटर भेजा गया। Amethi थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि तेल लूट रहे ग्रामीणों को समझाकर हटाया गया और किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं होने दी गई।
वायरल वीडियो ने उठाए सवाल, लापरवाही या मजबूरी?
इस पूरी घटना का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जिससे प्रशासन और जनता के बीच यह बहस छिड़ गई कि ऐसी घटनाओं में लूटमार को किस नजर से देखा जाए — कानून का उल्लंघन या आर्थिक मजबूरी? हालांकि, पुलिस की सतर्कता से हालात जल्द ही काबू में आ गए और यातायात भी सामान्य रूप से बहाल कर दिया गया।
यह घटना न केवल एक सड़क हादसे की कहानी है, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी और कानून के पालन की एक बड़ी परीक्षा भी।
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