क्रूज पर शादी “Super car’s” अनुराग का हैरान करने वाला life style ,जांच एजेंसियां परेशान

उन्नाव के यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी की दुबई में शाही शादी के बाद ED ने ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में उसके घर से चार लग्जरी गाड़ियां जब्त कीं। जांच अभी जारी है।

Anurag Dwivedi ED action news

ED Action on YouTuber Anurag Dwivedi:उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले का रहने वाला फेमस यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी उस समय सुर्खियों में आ गया, जब उसने दुबई में एक क्रूज पर बेहद शाही अंदाज में शादी की। इस शादी में उसने न सिर्फ अपने परिवार और रिश्तेदारों को दुबई बुलाया, बल्कि उनके आने-जाने और ठहरने का पूरा खर्च भी खुद उठाया। खबरों के मुताबिक, इस शादी में बॉलीवुड से जुड़ी कुछ जानी-मानी हस्तियां भी शामिल हुई थीं। सोशल मीडिया पर अनुराग की इस शादी और लग्जरी लाइफ की खूब चर्चा हुई, लेकिन यह खुशी ज्यादा दिनों तक नहीं टिक सकी।

दुबई से लौटते ही अनुराग के घर प्रवर्तन निदेशालय यानी ED के अधिकारी पहुंच गए। ED ने ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए से जुड़े एक बड़े मामले में कार्रवाई करते हुए उन्नाव के नवाबगंज इलाके में उसके घर पर छापा मारा। इस दौरान ED ने अनुराग के घर से चार महंगी लग्जरी गाड़ियां जब्त कीं। जब्त की गई गाड़ियों में एक लैम्बॉर्गिनी और एक मर्सिडीज जैसी लग्जरी कारें भी शामिल हैं। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून, यानी PMLA के तहत की गई है।

बताया जा रहा है कि 25 साल का अनुराग द्विवेदी कभी गांव में साइकिल से चला करता था। लेकिन बीते कुछ समय में उसकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई। जांच एजेंसियों के अनुसार, अनुराग ने ऑनलाइन जुआ और सट्टेबाजी से जुड़े ऐप्स के जरिए भारी मात्रा में अवैध कमाई की। इसी पैसे से उसने लग्जरी गाड़ियां खरीदीं, महंगे शौक पूरे किए और दुबई में आलीशान शादी का आयोजन किया।

पूरा मामला क्या है?

ED की जांच में सामने आया है कि अनुराग द्विवेदी ने Sky Exchange और अन्य ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स से जुड़े नेटवर्क के जरिए पैसा कमाया। ये ऐप्स ऑनलाइन सट्टा और जुआ खिलाने का काम करते हैं, जो भारत में गैरकानूनी है। आरोप है कि इन ऐप्स से होने वाली कमाई को अलग-अलग तरीकों से घुमाकर सफेद करने की कोशिश की गई और फिर उसी पैसे से महंगी संपत्तियां खरीदी गईं।

यूट्यूब और प्रमोशन का एंगल

ED को यह भी शक है कि अनुराग ने अपने यूट्यूब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल इन सट्टेबाजी ऐप्स को प्रमोट करने के लिए किया। इससे बड़ी संख्या में लोग इन ऐप्स से जुड़े और अवैध गतिविधियों का दायरा और बढ़ गया। फिलहाल ED की जांच जारी है और एजेंसी यह पता लगाने में जुटी है कि इस पूरे नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी कार्रवाई हो सकती है।

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