लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। एआई इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस AI engineer Atul Subhash suicide case को लेकर हरदिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस के हत्थे लगी अतुल Atul Subhash की पत्नी निकिता Nikita ने कोर्ट में अपने बयान दर्ज करवाएं हैं। निकिता Nikita ने जज के सामने कहा कि शादी के बाद हम हनीमून Honeymoon मनाने के लिए मॉरीशस mauritius गए। उस वक्त मैंने कमरे के अंदर अतुल Atul Subhash को बुलाया और बताया कि मैं तुमसे शादी नहीं करना चाहती थी। मैंने यह शादी दवाब में की थी। जब अतुल नेAtul Subhash निकिता Nikita से पूछा कि जब तुम्हें शादी नहीं करनी थी तो फिर मेरे साथ ऐसा क्यों किया। इस पर निकिता Nikita का जवाब था कि मेरे पिता को दिल की बीमारी थी। इसी के कारण परिवारवालों ने मुझ पर दबाव बनाया और आखिर में मुझे विवाह के लिए अपनी रजामंदी देनी पडी।
पत्नी समेत चार को पुलिस कर चुकी है अरेस्ट
बेंगलुरू पुलिस ने अतुल सुभाष सुसाइड केस में मुकदमा दर्ज करते हुए प्रयागराज से सास, साल को अरेस्ट कर लिया था। इसके अलावा अतुल सुभाष की पत्नी निकिता को भी पुलिस ने हरियाणा के गुरूग्राम से दबोच लिया। तीनों को कोर्ट में पेश कर पुलिस ने जेल भेज दिया। पुलिस निकिता को कोर्ट में लेकर आई। जहां उसने अपने बयान जज के सामने दर्ज करवाए। निकिता ने अपने बयान में कहा कि वह अतुल सुभाष से शादी नहीं करना चाहती थी। इसकी जानकारी उसने हनमुन के वक्त पति अतुल सुभाष को दे दी थी। निकिता ने बयान में बताया कि, उसके पिता हार्ट के रोगी थे। डॉक्टरों ने भी कह दिया था कि उनके पास बहुत वक्त नहीं है। इसके बाद मां और घर वालों ने मुझ पर दबाव बनाया और मैंने इस शादी के लिए अपनी रजामंदी दे दी।
निकिता ने दिए ये बयान
निकिता ने बयान दर्ज करते हुए बताया कि, अतुल उसे बच्चे के नाम पर कुछ खर्च हर महीने उसके बैंक खाते में भेजता था। बैंक खाता लखनऊ में है। इसमें पता केयर ऑफ आरजे सिद्दीकी के नाम से दर्ज है। निकिता ने बयान में कहा है कि शादी के बाद व दिल्ली से बंगलूरू शिफ्ट हो गई, जबकि अतुल पहले से वहां कार्यरत था। निकिता सिंघानिया ने परिवार न्यायालय में दर्ज बयान में यह कहा है कि शादी के कुछ दिन बाद तक उसके और अतुल के संबंध ठीक थे। कोरोना लॉकडाउन में जब घर में नौकर नहीं आते थे तो अतुल घर के काम में उसकी मदद करता था। बर्तन तक धुलवाता था। निकिता ने बयान में बताया है कि शादी के पहले से उसके पिता मनोज सिंघानिया की तबीयत बहुत खराब थी। हालत बिगड़ने पर उन्हें बनारस दिखाया गया। वहीं इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी।
आरजे सिद्दीकी के खाते में आता था पैसा
निकिता सिंघानिया ने फैमिली कोर्ट में बताया कि अतुल उन्हें बच्चे के नम पर हर महीने कुछ पैसा भेजता था। जिस बैंक खाते में अतुल पैसा भेजता था, वो लखनऊ का है। उसमें केयर ऑफ आरजे सिद्दीकी के नाम से पता दर्ज है। ऐसे अब निकिता और उस शख्स को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं। निकिता के बयान के मुताबिक अतुल और उनका लखनऊ से कोई लेना-देना नहीं है। निकिता के अनुसार उन्होंने लखनऊ में अपने बेटे व्योम का जन्मदिन मनाया, जिसका खर्च अतुल ने दिया था। इस बयान पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर निकिता से यह व्यक्ति कैसे संबंधित हैं। क्या निकिता इसकी वजह से तो शादी नहीं करना चाहती थी। इन सबके के बीच कई सवाल खड़े हो गए हैं और आगे इन सभी सवालों के जवाब अभी आएंगे।
पुलिस ने चार पर दर्ज की है एफआईआर
बता दें, अतुल सुभाष की फरार पत्नी निकिता सिघानिया को गुरुग्राम से और साले व सास को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया था। आरोपी नंबर चार यानी निकिता सिंघानिया के चाचा सुशील को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई हैं। अतुल की सास और साले को 14 दिसंबर की सुबह इलाहाबाद से गिरफ्तार किया गया था। तीनों को पुलिस बेंगलुरु लेकर चली गई थी। यहां मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। इसके बाद निकिता समेत सभी आरोपियों को अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। सभी आरोपी जेल में हैं। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद आरोपियों से पूछताछ भी की। अतुल सुभाष सुसाइड केस में पुलिस ने साक्ष्य भी जुटाए हैं। पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई कर रही है।
अतुल सुभाष ने किया था सुसाइड
अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, उसकी मां निशा और भाई अनुराग पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। दरअसल, कुछ दिन पहले ही अतुल सुभाष ने पत्नी निकिता और उसके परिवार वालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली थी। अतुल ने आत्महत्या करने से पहले 90 मिनट का लंबा वीडियो बनाया था। साथ ही उन्होने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था जिसमें उसने अपने ऊपर हो रहे मानसिक अत्याचार का पूरा ब्यौरा दिया था। सुसाइड के बाद अतुल सुभाष की पत्नी, सास, साले और चचिया ससुर पर पुलिस ने केस दर्ज किया था। चारों आरोपियों को नोटिस जार कर पेश होने को कहा। पर आरोपी जौनपुर से फरार हो गए। पुलिस की कई टीमों ने ऑपरेशन चलाया और आखिर में आरोपी पकड़े गए।