Ayodhya: अयोध्या में उतरा स्वर्ग… 28 लाख दीयों में सजा अवधपुरी, नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

अयोध्या में भव्य दीपोत्सव में 28 लाख दीयों से राम नगरी जगमगाई, साथ ही एक साथ 25 लाख दीये जलाने और 1121 लोगों की आरती का गिनीज रिकॉर्ड बना।

Ayodhya: अयोध्या में इस वर्ष का दीपोत्सव एक भव्य और ऐतिहासिक आयोजन बनकर सामने आया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव का शुभारंभ किया, और इसके साथ ही राम की पौड़ी पर एक साथ दो नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी स्थापित हुए। यहां 28 लाख दीयों को जलाने के साथ-साथ एक हजार से अधिक लोगों ने एक साथ आरती करने का रिकॉर्ड भी बनाया। ये ऐतिहासिक क्षण न केवल अयोध्या के लिए, बल्कि देशभर के लिए गर्व का विषय बन गए हैं। इस दीपोत्सव में न केवल भक्ति का माहौल था, बल्कि एकता और सामूहिकता का भी अद्भुत उदाहरण देखने को मिला।

नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की स्थापना

Ayodhya के इस दीपोत्सव ने एक नई ऊंचाई को छुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा दीपोत्सव का उद्घाटन करने के बाद, राम की पौड़ी पर एक साथ 28 लाख दीये जलाए गए। इस आयोजन के दौरान, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के सलाहकार निश्चल बरोट ने घोषणा की कि 25 लाख 12 हजार 585 दीयों को आधे घंटे में जलाने का नया रिकॉर्ड बन गया है। इसके अलावा, 1121 लोगों ने सरयू नदी के तट पर एक साथ आरती करने का भी रिकॉर्ड स्थापित किया। ये सभी रिकॉर्ड न केवल Ayodhya की धार्मिक परंपरा को दर्शाते हैं, बल्कि सांस्कृतिक समृद्धि का भी प्रतीक हैं।

Ayodhya

भव्य आयोजन की तैयारी

इस दीपोत्सव का आयोजन 2023 की तुलना में और भी भव्य था, जब 22 लाख दीये जलाए गए थे। इस बार अयोध्या को विशेष रूप से सजाया गया था। सीएम योगी ने राम मंदिर में जाकर दीप जलाया और उसके बाद पूरे अयोध्या नगर में 55 घाटों पर दीये जगमगाने लगे। इस बार का मुख्य आकर्षण लेजर शो, ड्रोन शो और आतिशबाजी थी, जिसने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। विशेष रूप से, रामायण के चलचित्र थेमेटिक गेट्स के माध्यम से लोगों को लुभा रहे थे, जो कि इस आयोजन की भव्यता को और बढ़ाते हैं।

श्रद्धालुओं का उत्सव में भागीदारी

दीपोत्सव के आठवें संस्करण में अयोध्या की गलियों में उत्सव का माहौल देखने को मिला। कावड़ियों और भक्तों ने सड़कों पर जश्न मनाते हुए राम भक्तों के साथ मिलकर खुशी का इजहार किया। सुबह से ही रामपथ को धोकर चमकाया गया था, जिससे अयोध्या और भी सुहावनी दिख रही थी। साकेत महाविद्यालय से रामकथा पार्क तक की पूरी सड़क को सजाया गया, जो कि श्रद्धालुओं के लिए एक अद्भुत अनुभव बन गया।

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 भक्ति संगीत और रोशनी का जादू

शाम होते ही पूरे Ayodhya नगर में इलेक्ट्रिकल लाइटों की रंग-बिरंगी रोशनी ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। भक्ति संगीत हर दिशा में गूंज रहा था, जो कि माहौल को और भी भव्य बना रहा था। राम की पैड़ी सहित चौधरी चरण सिंह घाट और भजन संध्या स्थल पर 30 हजार वालियंटर्स ने मिलकर 28 लाख दीयों का कार्य एक दिन पहले ही पूरा किया था। यह सब देखकर लोगों ने अपने मोबाइल में इस अद्भुत क्षण को कैद किया और सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा किए।

स्वागत और सांस्कृतिक कार्यक्रम

इस आयोजन के पहले दिन, भगवान राम, सीता और लक्ष्मण को पुष्पक विमान से लाया गया। सीएम योगी ने उनका स्वागत किया और रथ को खींचकर रामकथा पार्क लाया गया। यहां योगी ने भगवान राम की आरती उतारी और राज तिलक किया। अयोध्या में दीपोत्सव का यह आयोजन विशेष रूप से श्रीरामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के उपलक्ष्य में मनाया गया, जो इसे और भी खास बनाता है।

सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन

Ayodhya दीपोत्सव के बाद राम की पैड़ी पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी शुरू हुए, जिसमें लेजर शो और इमेज प्रोटेक्शन शो शामिल थे। इस अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और इस भव्य आयोजन का हिस्सा बने। अयोध्या में इस दीपोत्सव ने न केवल धार्मिकता को बल्कि सांस्कृतिक एकता को भी दर्शाया, जिससे यह वर्ष 2024 का दीपोत्सव एक अविस्मरणीय घटना बन गया है।

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