Ayodhya: भगवान राम की नगरी अयोध्या इस साल के दीपोत्सव को भव्य और दिव्य बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला को स्थापित किए जाने के बाद इस दीपोत्सव का महत्व और भी बढ़ गया है। अयोध्या की गलियों से लेकर सरयू के घाटों तक 25 लाख दीयों की रोशनी फैलेगी। इसके साथ ही 55 घाटों और अन्य प्रमुख स्थलों पर 28 लाख दीये जलाए जाएंगे। इस साल के आयोजन को खास बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तैयारी में जुटी हुई है। यह दिवाली सिर्फ अयोध्या के लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि देश-दुनिया के राम भक्तों के लिए भी खास होगी।
भव्य तैयारियों पर जोर
इस साल के दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार, संस्कृति विभाग और पर्यटन विभाग मिलकर काम कर रहे हैं। 30,000 से ज्यादा स्वयंसेवकों की मदद से राम की पैड़ी और भजन संध्या स्थल पर दीये जलाए जाएंगे। अयोध्या के 55 घाटों पर दीये सजाने के लिए 32 लाख दीये खरीदे जाएंगे, जबकि 40 लाख रुई की बत्ती का इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही आयोजन स्थल की सजावट और व्यवस्था भी अंतिम चरण में है।
झांकियां और जुलूस
Ayodhya दीपोत्सव के दौरान भगवान राम के जीवन की विभिन्न घटनाओं पर आधारित 18 झांकियों की भव्य शोभायात्रा राम पथ पर निकाली जाएगी। यह यात्रा करीब 3 किलोमीटर लंबी होगी, जिसमें रामायण के प्रमुख सर्गों पर आधारित सात विशाल द्वार भी बनाए जाएंगे। इसके अलावा राम और सीता के राज्याभिषेक के लिए फूलों से एक विशाल मंच भी सजाया जा रहा है, जो कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होगा।
हरियाणा में Jalebi पर सियासी घमासान, आखिर क्यों ट्रेंड कर रही जलेबी? जानें पूरा माजरा
नए रिकॉर्ड की ओर
Ayodhya पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने इस बार 25 लाख दीयों का लक्ष्य रखा है, जो पिछले साल से कहीं ज्यादा है। ये दीये सरयू नदी तट के 55 घाटों पर रोशनी फैलाएंगे, जिससे रामनगरी में अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। इस भव्य आयोजन के साथ अयोध्या इस साल की सबसे खास दिवाली मनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।