Ayodhya News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में शहीद फौजी के बेटे शिवम यादव की मौत के बाद जमकर बवाल हो रहा है। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि सोहावल के एसडीएम अभिषेक सिंह ने शिवम को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जिसके कारण वह अवसाद में चला गया और सड़क दुर्घटना में उसकी मौत हो गई। इस मामले में दबाव बनने के बाद एसडीएम अभिषेक सिंह को हटा दिया गया है और उनकी जगह राजीव रत्न सिंह को सोहावल का चार्ज सौंपा गया है।
क्या है पूरा मामला?
शिवम यादव के पिता एक कोबरा कमांडो थे और छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में शहीद हुए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के बाद शिवम को सरकारी नौकरी मिली थी। वह सोहावल तहसील में एसडीएम अभिषेक सिंह के स्टेनोग्राफर के रूप में तैनात था। परिजनों का आरोप है कि एसडीएम ने शिवम को नौकरी के दौरान लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।
इसके चलते शिवम अवसाद (Ayodhya News) में चला गया और कैंट के सहादतगंज इलाके में सड़क दुर्घटना में उसकी मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि एसडीएम ने हाल ही में शिवम के बाल जबरन मुंडवा दिए थे और उसे गालियां भी दी थीं। इस उत्पीड़न के कारण शिवम डिप्रेशन में चला गया और उसकी मौत हो गई।
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घटना को लेकर परिजनों का प्रदर्शन
शिवम की मौत के बाद परिजनों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने रिकाबगंज मार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने राम पथ पर शव रखकर सड़क जाम कर दी और न्याय की मांग करने लगे। समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद, पूर्व मंत्री पवन पांडेय और पार्टी के कई कार्यकर्ता भी धरने में शामिल हो गए। उन्होंने मांग की कि आरोपी एसडीएम के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए और पीड़ित परिवार को न्याय मिले।
मामले पर प्रशासन की कार्रवाई
दबाव बनने के बाद प्रशासन ने एसडीएम अभिषेक सिंह को हटा दिया और उनकी जगह राजीव रत्न सिंह को सोहावल का चार्ज सौंपा गया। अभिषेक सिंह को बीकापुर न्यायिक बना दिया गया है। इसके अलावा मिल्कीपुर के एसडीएम के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। किसान यूनियन नेता रमेश तिवारी ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे।
शिवम यादव की मौत ने एक बार फिर सरकारी कर्मचारियों के साथ हो रहे उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना के मुद्दे को उजागर किया है। परिजनों का आक्रोश अभी थमा नहीं है और वे न्याय की मांग कर रहे हैं। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी गंभीरता से कार्रवाई करता है और पीड़ित परिवार को न्याय मिलता है या नहीं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।