Aligarh News: प्यार की सीमाएं अक्सर दिल और देश के बीच मौजूद रेखाओं को मिटा देती हैं। उत्तर प्रदेश के Aligarh जिले के रहने वाले बादल उर्फ बाबू ने यह साबित कर दिया जब उन्होंने सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी युवती से प्रेम होने पर बिना वीजा और पासपोर्ट के पड़ोसी देश की सीमा पार कर दी। 30 वर्षीय बाबू को पाकिस्तान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और फिलहाल वह 14 दिन की न्यायिक हिरासत में है। परिवार और स्थानीय लोग इस मामले को लेकर चिंतित हैं और भारत सरकार से बाबू को सकुशल वापस लाने की अपील कर रहे हैं।
बिना दस्तावेजों के सीमा पार कर गया बाबू
Aligarh जिले के बरला थाना क्षेत्र के नगला खिटकारी गांव के रहने वाले बाबू, दिल्ली में एक कपड़ा सिलाई कंपनी में काम करते थे। सोशल मीडिया पर उनकी दोस्ती एक पाकिस्तानी युवती से हुई, जो बाद में प्यार में बदल गई। दिवाली के बाद बाबू घर लौटे और कुछ दिनों बाद दिल्ली जाने की बात कहकर घर से निकल गए। 27 दिसंबर को बाबू को पाकिस्तान के मोजा मोंग क्षेत्र के पास संदिग्ध गतिविधियों के कारण गिरफ्तार कर लिया गया।
पाकिस्तान पुलिस के मुताबिक, बाबू के पास वीजा और अन्य दस्तावेज नहीं थे। उन्होंने पहले भी दो बार सीमा पार करने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हो पाए। तीसरी बार वह पाकिस्तान पहुंचने में सफल रहे।
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पाकिस्तान पुलिस की कार्रवाई
पाकिस्तान के कानून के तहत बाबू को विदेशी अधिनियम, 1946 की धारा 13 और 14 के तहत गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के दौरान बाबू ने बताया कि वह सोशल मीडिया पर बनी महिला मित्र से मिलने पाकिस्तान पहुंचे थे। Aligarh पुलिस अब यह जांच कर रही है कि बाबू का सीमा पार करने का मकसद केवल प्रेम था या इसके पीछे कोई और उद्देश्य था। बाबू को मंडी बहाउद्दीन क्षेत्र में कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
परिवार की चिंता
बाबू के पिता कृपाल सिंह ने बताया कि आखिरी बार 30 नवंबर को उन्होंने बेटे से वीडियो कॉल पर बात की थी। तब बाबू ने बताया कि उसका काम खत्म हो गया है। इसके बाद से परिजनों का उससे कोई संपर्क नहीं हुआ। बेटे के पाकिस्तान में गिरफ्तार होने की खबर मिलने के बाद परिवार सदमे में है। कृपाल सिंह ने सरकार से अपील की है कि उनके बेटे को सुरक्षित वापस लाया जाए।
बरला थाना क्षेत्र के सीओ योगेंद्र मलिक ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए इस घटना की जानकारी मिली है। हालांकि, अभी तक पाकिस्तान या भारतीय दूतावास से कोई आधिकारिक सूचना नहीं आई है। Aligarh प्रशासन ने परिजनों से बातचीत कर मामले की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है।
सरहदों को पार करती मोहब्बत
बाबू का यह कदम जहां कुछ लोगों के लिए मोहब्बत की मिसाल बन गया है, वहीं कई इसे अनुचित मानते हैं। परिवार और स्थानीय प्रशासन इस मुश्किल घड़ी में बाबू की सुरक्षित वापसी की कोशिश कर रहे हैं।