उत्तर प्रदेश की मेजबानी में 25 मई से 3 जून तक होने वाले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम में लखनऊ शहर में अध्ययनरत एक भी खिलाड़ी को एंट्री नहीं मिली है। पहले बात करते हैं लखनऊ विश्वविद्यालय की मौजूदा समय में विश्वविद्यालय में तकरीबन 16000 छात्र अध्ययनरत हैं। लेकिन यहां एक भी खिलाड़ी खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में एंट्री लायक नहीं मिला।
शहरी क्षेत्र में भी लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी कॉलेजों का बुरा हाल है। यहां भी किसी खिलाड़ी को एंट्री नहीं मिली। वह तो भला हो ग्रामीण क्षेत्र में स्थिति सीबी गुप्ता महाविद्यालय का जहां की स्टार एथलीट काजल शर्मा 3000 मीटर स्टिपल चेज में अपनी चुनौती पेश करेंगे। यूनिवर्सिटी गेम्स में लखनऊ विश्वविद्यालय दूसरी खिलाड़ी अर्चना है जो इंदिरा गांधी डिग्री कॉलेज रायबरेली में अध्ययनरत हैं।
लखनऊ विश्वविद्यालय के एथलेटिक्स एसोसिएशन के चेयरमैन डॉ रूपेश कुमार बताते हैं कि हमारे खिलाड़ियों में क्वालीफाई कर सकते थे लेकिन बॉक्सिंग में नॉर्थ जोन चैंपियनशिप नहीं हुई। जबकि दूसरी और खो-खो इस बार खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में शामिल नहीं किया गया। जहां हमारी टीम तीसरे स्थान पर रही उम्मीद है कि अगले साल खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में हमारे खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहतर होगा। बताते चले कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में व्यक्तिगत और टीम वर्ग में 8 को ही भाग लेने का मौका मिलता है जो इस बार लखनऊ विश्वविद्यालय की पहुंच से दूर रहा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स।