Baghpat : डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 21 दिन की सशर्त पैरोल पर रिहा किया गया है। वह सुनेरिया जेल से रिहा होकर बागपत के बरनावा स्थित अपने डेरा सच्चा आश्रम पहुंच गए हैं। उनकी यह 11वीं पैरोल है, जो कई विवादों के बीच मिली है।
गुरमीत राम रहीम पर हत्या और बलात्कार के गंभीर आरोप हैं। उनकी रिहाई के बाद, समर्थकों ने बरनावा आश्रम में उनका भव्य स्वागत किया। प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
पैरोल की शर्तों के अनुसार, राम रहीम को अपने आश्रम में ही रहना होगा और उन्हें किसी भी राजनीतिक या धार्मिक गतिविधि में शामिल होने की अनुमति नहीं है। हरियाणा में जल्द ही होने वाले चुनावों को देखते हुए। उनकी रिहाई को लेकर राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं।
राम रहीम की पैरोल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कई राजनीतिक दलों ने चिंता जताई है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि 21 दिन के इस समय में राम रहीम के समर्थक और उनके विरोधी कैसे प्रतिक्रिया करते हैं।
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विशेष रूप से, राम रहीम जिस जिले में 21 दिन बिताएंगे, वह हरियाणा के साथ सटा हुआ है, जिससे उनकी रिहाई को लेकर राजनीतिक चर्चाएं और भी गर्म हो गई हैं। सभी निगाहें अब इस ओर हैं कि क्या राम रहीम अपनी पैरोल के दौरान किसी प्रकार की राजनीतिक गतिविधि में शामिल होते हैं या नहीं।