Bahraich, Uttar Pradesh: बहराइच में मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में रामगोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपियों के साथ हुई पुलिस मुठभेड़ ने पूरे जिले को झकझोर दिया है। गुरुवार को पुलिस ने सरफराज और तालिब को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया, जिसमें वे घायल हो गए। यह घटना तब हुई जब दोनों आरोपी हिंसा के बाद से फरार थे। DGP प्रशांत कुमार ने जानकारी दी कि पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से दो ने भागने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप मुठभेड़ हुई। इस घटना के बाद प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से दूर रहें और सामाजिक सौहार्द बनाए रखें।
बहराइच में हुई हिंसा ने एक बार फिर से कानून-व्यवस्था को चुनौती दी है। मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के समय एक समुदाय विशेष द्वारा धार्मिक गाने की धुन पर आपत्ति जताने के बाद विवाद गहरा गया। इस विवाद ने तेजी से हिंसक रूप धारण कर लिया, जिसमें दोनों समुदायों ने एक-दूसरे पर हमले किए। बड़े पैमाने पर सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचा, और हमलावरों ने कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्थिति को नियंत्रित किया।
DGP प्रशांत कुमार ने कहा, “जब पुलिस आरोपियों को हथियार बरामद करने के लिए ले जा रही थी, तो दो आरोपियों ने भागने की कोशिश की, जिसके दौरान गोलीबारी हुई। इस मुठभेड़ में मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिब घायल हो गए हैं।” उन्होंने आगे कहा कि अब्दुल हमीद, फहीम और अब्दुल अफजल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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पूर्व मंत्री यासर शाह ने बहराइच के निवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रशासन ने सोशल मीडिया पर निगरानी रखने की बात की है और चेतावनी दी है कि यदि कोई गलत जानकारी फैलाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामगोपाल मिश्रा के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि इस हिंसा में शामिल आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके अलावा, सरकार ने मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की है।