Ballia BJP clash: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में रविवार शाम सियासी ताकत की खौफनाक टक्कर देखने को मिली, जब भाजपा के पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के बेटे विपुलेंद्र प्रताप सिंह और भाजपा के ही पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह के बेटे विद्या भूषण सिंह आमने-सामने भिड़ गए। बैरिया क्षेत्र में हुई इस झड़प ने राजनीतिक दुश्मनी को खुली जंग में तब्दील कर दिया, जिसमें समर्थकों के बीच जमकर लाठी-डंडे, चाकू और रिवॉल्वर चले। इस हिंसक टकराव में दोनों पक्षों के 10 लोग घायल हो गए और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस ने दोनों ओर से मिली तहरीरों पर जानलेवा हमले, बलवा, डकैती और गोलीबारी जैसे गंभीर आरोपों में 26 नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
*अंत्येष्टि स्थल से उपजे विवाद में दोनों पक्षो से हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज ।*
*बलिया ।जनपद के बैरिया थाना क्षेत्र के पचरुखिया अंत्येष्टि स्थल पर भाजपा के पूर्व विधायक एवं भाजपा के सांसद पुत्र के बीच उपजे विवाद में बैरिया थाने में दोनों पक्ष की शिकायत हुई दर्ज ।*… pic.twitter.com/B2HKJuW50y
— राजू गुप्ता (@8E31kYZlXjGW2Oy) July 28, 2025
राजनीतिक रंजिश से सुलग उठा बलिया
Ballia का बैरिया क्षेत्र एक बार फिर सियासी उठापटक का गवाह बना, जहां दो कद्दावर भाजपा नेताओं—पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त और पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह—के परिवारों की आपसी तनातनी सड़क पर हिंसा में बदल गई। घटना की शुरुआत पचरखिया घाट पर एक अंतिम संस्कार कार्यक्रम से हुई, जहां सुरेन्द्र सिंह और प्रशांत उपाध्याय (पूर्व सांसद गुट से जुड़े) आमने-सामने हुए। आरोप है कि बातचीत न होने पर सुरेन्द्र सिंह नाराज होकर अपशब्द कहते हुए लौट गए। इसके बाद लौटते वक्त देवराज ब्रम्हमोड़ पर प्रशांत उपाध्याय और उनके साथियों पर जानलेवा हमला हुआ।
प्रशांत उपाध्याय की तहरीर के अनुसार, उनके काफिले को घेरकर लाठी-डंडों, धारदार हथियारों और ईंट-पत्थरों से हमला किया गया। सुरेन्द्र सिंह पर पिस्तौल से फायर करने का भी आरोप है, जो उपाध्याय के कान को छूते हुए निकल गई। कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए और कई वाहनों को क्षति पहुंचाई गई।
दोनों पक्षों की तहरीर, दोनों पर संगीन आरोप
इस मामले में बैरिया पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर के आधार पर अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं। सुरेन्द्र सिंह और उनके बेटे हजारी सिंह समेत 18 नामजद और कई अज्ञात लोगों पर जान से मारने की कोशिश, बलवा, डकैती, हथियारों के प्रयोग जैसी धाराएं लगाई गई हैं। वहीं, सुरेन्द्र सिंह के बेटे विद्या भूषण सिंह की ओर से दर्ज कराई गई FIR में पूर्व सांसद के बेटे विपुलेंद्र प्रताप सिंह समेत 8 नामजद और 15 अज्ञात लोगों पर रिवॉल्वर से गोली चलाने और चाकू से हमला करने का आरोप लगाया गया है।
विद्या भूषण सिंह का कहना है कि देवराज ब्रम्हमोड़ पर उनके ऊपर विपुलेंद्र सिंह और उनके समर्थकों ने हमला किया। गर्दन पर चाकू से वार किया गया और लाठी-डंडों से पीटा गया। इस दौरान गोली भी चलाई गई, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।
Ballia पुलिस जांच में जुटी, गिरफ्तारी जल्द संभव
घटना की जानकारी मिलते ही Ballia पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को प्राथमिक उपचार के लिए सोनबरसा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। क्षेत्राधिकारी (सीओ) बैरिया मोहम्मद फहीम कुरैशी के मुताबिक, इस पूरे मामले में IPC की संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है और छानबीन जारी है। उन्होंने कहा कि आरोपी पक्षों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं और घटनास्थल के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
इसी बीच, दोनों पक्ष मीडिया में एक-दूसरे पर आरोप लगाने में जुटे हैं, जिससे यह साफ है कि बलिया में भाजपा की आंतरिक गुटबाजी अब सड़कों पर उतर चुकी है। स्थानीय राजनीति में इस घटना को बलिया में आने वाले निकाय और विधानसभा चुनावों से पहले शक्ति प्रदर्शन की संज्ञा दी जा रही है।
Ballia की यह घटना सिर्फ दो नेताओं के बेटों की भिड़ंत नहीं, बल्कि भाजपा के अंदर चल रही पुरानी खींचतान और वर्चस्व की जंग की परछाईं है। जब राजनीति बंद कमरों से निकलकर हथियारों के साथ सड़कों पर आए, तो कानून और व्यवस्था की असली परीक्षा वहीं होती है।