Barabanki: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में आज एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां एक प्राइवेट स्कूल का छज्जा अचानक भारभराक कर गिर पड़ा। जिसकी चपेट में आकर स्कूल के करीब तीन दर्जन बच्चे घायल हो गए। सभी बच्चों को प्राइवेट और जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर उनका इलाज चल रहा है। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने स्थिति का जायजा लिया और स्कूल भवन को सील करवा दिया है।
दुर्घटना का विवरण
बाराबंकी जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में स्थित अवध एकेडमी स्कूल में एक भीषण दुर्घटना हुई। सुबह के समय, जब छात्र प्रार्थना के लिए सीढ़ियों से उतर रहे थे, स्कूल का छज्जा अचानक ढह गया। इस हादसे में लगभग 36 बच्चे घायल हो गए।
बाराबंकी में हुआ बड़ा हादसा
अचानक भरभराकर गिरा प्राइवेट स्कूल का छज्जा
हादसे में करीब 3 दर्जन बच्चे हुए घायल,अस्पताल में भर्ती इलाज जारी
मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी ने लिया जायजा,विद्यालय भवन को किया गया सील@Barabankipolice @Uppolice @BarabankiD @CMOfficeUP #Barabanki pic.twitter.com/uSUkJfBRAE
— News1India (@News1IndiaTweet) August 23, 2024
पूरा मामला Barabanki जिले में जहांगीराबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत कस्बे में स्थित अवध एकेडमी स्कूल से जुड़ा है। जहां पर आज सुबह स्कूल का छज्जा अचानक भरभरा कर गिर पड़ा। जानकारी के मुताबिक स्कूली बच्चे प्रार्थना के लिए छज्जे से होते हुए जीने से नीचे उतर रहे थे। तभी कई बच्चों के एक साथ इकट्ठा होने से अधिक लोड हो गया और छज्जा भारभराकर कर गिर पड़ा। इस हादसे में करीब तीन दर्जन बच्चे घायल हुए हैं। हादसे की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह समेत तमाम आलाधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू कराया। सभी घायल बच्चों को एंबुलेंस से प्राइवेट और जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। इसके साथ ही स्कूल भवन को सील करवा दिया है।
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प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही Barabanki के जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू करवाया। घायल बच्चों को एंबुलेंस द्वारा निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। साथ ही, स्कूल भवन को सील कर दिया गया।
स्कूल की अनियमितताएं
जांच में पता चला कि स्कूल को केवल जूनियर हाई स्कूल तक की मान्यता प्राप्त थी, लेकिन वह इंटरमीडिएट तक के छात्रों को शिक्षा दे रहा था। भवन मानकों के अनुरूप नहीं था और पहले भी इसे सील किया गया था, परंतु प्रबंधन ने कथित तौर पर अधिकारियों से मिलीभगत कर इसे फिर से खुलवा लिया था।