Bhadohi में फर्जी म्यूचुअल बेनिफिट कंपनी ने 93 करोड़ की ठगी कर फरार हुए निदेशक, ऑफिस में लटक रहा ताला

भदोही में फर्जी म्यूचुअल बेनिफिट कंपनी ने निवेशकों से 93 करोड़ रुपये ठग लिए। निदेशक फरार, ऑफिस में ताला, और पीड़ितों का आरोप—आरोपियों की जिले में ऊंची पहुंच। पुलिस जांच में सख्त कार्रवाई का आश्वासन।

Bhadohi

Bhadohi fake company: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में एक बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसने निवेशकों में भारी चिंता पैदा कर दी है। ‘वेरी वेल म्यूचुअल बेनिफिट निधि लिमिटेड’ नामक कंपनी ने कथित रूप से निवेशकों से 93 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। कंपनी के 15 निदेशक, जिनमें एक महिला भी शामिल है, कथित तौर पर निवेशकों को फिक्स डिपॉजिट और अन्य योजनाओं के माध्यम से पैसा दोगुना करने का लालच देकर उन्हें फंसाते रहे। ठगी के बाद कंपनी का कार्यालय बंद और निदेशक फरार पाए गए। पीड़ितों का कहना है कि आरोपियों की Bhadohi जिले में ऊंची पहुंच है और वे अपने रसूख का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच ज्ञानपुर एसएचओ को सौंप दी है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

घटना की जानकारी के अनुसार, फर्जी कंपनी के निदेशक कृपाशंकर, उनकी पत्नी आशा देवी, बेटे रवि आनंद, अक्षय, सूरज और अमन तथा अन्य निदेशक—सुहैल अहमद, आनंद श्रीवास्तव, दया शंकर, विमलेश मौर्य, रमेश मौर्य, वेद प्रकाश, राकेश वर्मा, सूबेदार पाल और सुरेश यादव—ने निवेशकों को आकर्षक लाभ का लालच देकर पैसा इकट्ठा किया। कृपाशंकर की मृत्यु के बाद उनके परिवार और अन्य निदेशकों ने कथित तौर पर काम जारी रखा।

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Bhadohi पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि 25 जून को जब निवेशक अपनी मैच्योर हो चुकी जमा राशि निकालने कंपनी के ज्ञानपुर कार्यालय पहुंचे, तो वहां ताला लगा हुआ था और निदेशक फरार थे। जांच में यह भी पता चला कि कंपनी का कोई आधिकारिक बैंक खाता नहीं था। निदेशकों ने ‘माइक्रो क्रेडिट फ़ाउंडेशन’ नामक मुखौटा संस्था बनाई थी और इंडियन बैंक की ज्ञानपुर शाखा में एक खाता खोलकर निवेशकों का पैसा अपने नाम पर संपत्तियों में निवेश किया।

पीड़ित विमलेश मौर्य ने शिकायत में आरोप लगाया कि किसी भी निदेशक का पता नहीं चल रहा है और उन्होंने धोखाधड़ी से प्राप्त धन की वसूली के लिए आरोपियों की संपत्तियों की कुर्की की मांग की है। मौर्य ने यह भी कहा कि आरोपियों का जिले में अच्छा-खासा राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव है, जो जांच में चुनौती पेश कर सकता है।

Bhadohi एसपी मांगलिक ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच ज्ञानपुर एसएचओ को सौंप दी गई है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पीड़ितों को भरोसा दिलाया कि धन वसूली और कानूनी कार्रवाई के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा।

 

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