Bharat Kund Mahotsav: 11,000 महिलाओं ने किया सामूहिक दुरदुरिया पूजन, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में होगा नाम

भारत कुंड महोत्सव 7 नवंबर 2024 को अयोध्या में आयोजित हुआ, जिसमें 11,000 महिलाओं ने सामूहिक दुरदुरिया पूजन किया। यह आयोजन नारी सशक्तिकरण और सामाजिक समानता का प्रतीक बनकर उभरा। इस ऐतिहासिक पूजा का आयोजन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने की संभावना जताई जा रही है।

Bharat Kund Mahotsav

Bharat Kund Mahotsav: भारत कुंड महोत्सव का आयोजन 7 नवंबर 2024 को अयोध्या में हुआ, जिसमें 11,000 महिलाओं ने सामूहिक दुरदुरिया पूजन किया। यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण था। सात दिवसीय इस महोत्सव की शुरुआत महिलाओं के सामूहिक उत्सव से हुई, जिसमें 11,000 महिलाओं ने एक साथ दुरदुरिया पूजन किया और अवसानी मैया से अपनी और अपने परिवार की कुशलता की कामना की। इस आयोजन ने महिलाओं की सामूहिक शक्ति का अद्भुत प्रदर्शन किया और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने का दावा किया।

महोत्सव का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाने और समाज में उनके योगदान को मान्यता देना था। इस आयोजन ने नारी शक्ति के महत्व को सामने लाया और समाज में समानता के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य किया। महिलाएं एकजुट होकर इस पूजा में भाग लेकर यह संदेश दे रही थीं कि वे केवल परिवार की देखभाल तक सीमित नहीं हैं, बल्कि समाज के हर क्षेत्र में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। इस आयोजन से यह भी संदेश मिला कि महिलाएं समाज में बराबरी के अधिकार की हकदार हैं।

Bharat Kund Mahotsav के पहले दिन का मुख्य आकर्षण 121 फीट लंबी अगरबत्ती का प्रज्वलन था। रघुकुल फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस भव्य दृश्य ने कार्यक्रम की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को और बढ़ा दिया। अगरबत्ती का धुंआ आकाश में फैलते हुए एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत कर रहा था, जिसे देखने के लिए हजारों लोग एकत्रित हुए थे। यह न केवल धार्मिक पूजा का हिस्सा था, बल्कि एक प्रतीक था कि समाज में नारी शक्ति का महत्व और अस्तित्व है।

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Bharat Kund Mahotsav आयोजक नेहा तिवारी ने इस आयोजन की ऐतिहासिकता को स्वीकार करते हुए कहा, “हमारे लिए यह गर्व का क्षण है कि 11,000 महिलाओं ने एक साथ इस पूजा में भाग लिया। यह निश्चित रूप से एक रिकॉर्ड है और हम इसके गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने की उम्मीद करते हैं।” शालिनी, एक अन्य भागीदार, ने कहा, “यह हमारे लिए अविस्मरणीय अनुभव है कि इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं एकत्रित होकर पूजा कर रही हैं। यह हम सब के लिए प्रेरणा का स्रोत है।”

भारत कुंड महोत्सव में महिलाओं ने न केवल धार्मिक आस्था का प्रदर्शन किया, बल्कि समाज में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को भी स्पष्ट किया। महोत्सव के अगले दिनों में सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं को उजागर किया जाएगा।

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