BHU violence: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) परिसर मंगलवार देर रात छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच हुई हिंसक झड़प से दहल उठा। यह बवाल एक मामूली घटना के बाद शुरू हुआ, जिसने देखते ही देखते उग्र रूप ले लिया और दो घंटे से अधिक समय तक कैंपस में अफरातफरी का माहौल रहा। हिंसा में करीब 100 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनमें सुरक्षाकर्मी, छात्र और पुलिसकर्मी शामिल हैं। उपद्रवी छात्रों ने परिसर में तोड़फोड़ और पत्थरबाज़ी की, जिससे कई गाड़ियाँ क्षतिग्रस्त हुईं और संपत्ति को नुकसान पहुँचा।
सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस और पीएसी मौके पर पहुँची, जिसके बाद छात्रों को हॉस्टल तक खदेड़ा गया और स्थिति पर किसी तरह काबू पाया गया। परिसर में तनाव अभी भी बना हुआ है, जिसके चलते भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। यह घटना ऐसे समय हुई है जब शहर में ‘काशी तमिल संगमम’ जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम चल रहे हैं।
BHU Clash: Student hit by vehicle near Birla Hostel → protest → stone-pelting by students → lathi charge by guards/proctors. Multiple injuries, campus tense with heavy police deployment. Probe on.
pic.twitter.com/pJBMUXe49Z— Ghar Ke Kalesh (@gharkekalesh) December 3, 2025
मुख्य विवाद और घटनाक्रम
यह पूरा BHU violence विवाद 2 दिसंबर की शाम को शुरू हुआ और देर रात तक चला। आइए जानते हैं इस घटना से जुड़ी 10 प्रमुख बातें:
विवाद की शुरुआत: जानकारी के अनुसार, विवाद की जड़ राजा राम मोहन रॉय हॉस्टल के एक छात्र का बाइक एक्सीडेंट में घायल होना बताया जा रहा है।
सुनवाई में कथित इनकार: घायल छात्र जब BHU के प्रॉक्टोरियल बोर्ड में शिकायत करने गया, तो आरोप है कि सुनवाई करने की जगह उसे वहाँ से भगा दिया गया, जिससे छात्र नाराज़ हो गए।
छात्रों का एकजुट होना: इस कथित बुरे बर्ताव की जानकारी मिलते ही राजा राम मोहन राय, बिरला और अन्य हॉस्टल के करीब 300 छात्र इकट्ठे होकर प्रॉक्टर ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने लगे।
सुरक्षाकर्मियों का लाठीचार्ज: छात्रों के उग्र प्रदर्शन को रोकने के लिए परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने कथित तौर पर लाठीचार्ज कर दिया, जिसके बाद स्थिति और ज़्यादा बिगड़ गई।
पथराव और तोड़फोड़: लाठीचार्ज के बाद नाराज़ छात्रों ने पथराव शुरू कर दिया। उन्होंने BHU परिसर में रखे गमले, पोस्टर फाड़ दिए और खड़ी कई गाड़ियों (जैसे एक स्कूटी) को क्षतिग्रस्त कर दिया।
पुलिस बल की तैनाती: हालात बिगड़ते देख BHU प्रशासन ने पुलिस को बुलाया। 10 चौकियों की पुलिस और 4 ट्रक पीएसी मौके पर पहुँची, लेकिन इसके बावजूद लगभग 3 घंटे तक झड़पें चलती रहीं।
घायलों की संख्या: इस आपसी टकराव में करीब 50 छात्र, 40 सुरक्षाकर्मी और 10 से ज़्यादा पुलिसवाले घायल बताए जा रहे हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया है।
प्रॉक्टोरियल बोर्ड का पक्ष: प्रॉक्टोरियल बोर्ड का कहना है कि बवाल से पहले कुछ मुंह बांधे छात्र दूसरे लड़के को घेरकर मार रहे थे। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़ा, जिसके बाद हॉस्टल से आए छात्रों ने सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर दिया।
जाँच और साक्ष्य जुटाना: चीफ प्रॉक्टर प्रो शिव प्रकाश सिंह ने कहा है कि अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है, लेकिन सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं ताकि दोषियों की पहचान की जा सके।
सुरक्षा का मुद्दा: वाराणसी में इन दिनों काशी तमिल संगमम समारोह चल रहा है, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ भी शामिल होने वाले हैं। संवेदनशील माहौल को देखते हुए यूनिवर्सिटी में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।






