लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के हापुड़ में बीते 30 मई को पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के गांव सिखेड़ा में सड़क किनारे रजवाहे के पास सूटकेस में एक महिला की डेडबॉडी पुलिस ने बरामद की थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू की तो मृतका की पहचान दिल्ली के मयूर विहार निवासी नीलेश (30 वर्ष) के रूप में हुई है। पुलिस ने युवती के प्रेमी को अरेस्ट कर पूछताछ की तो हत्याकांड का खुलासा हो गया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि नीलेश ने उसे पैसे दिए थे। कुछ दिन पहले उसने पैसे मांगे तो मैंने उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। निलेश की हत्या कर शव को सूटकेस में भरकर नहर के किनारे फेंक फरार हो गया।
हापुड पुलिस ने 30 मई को सिखेड़ा गांव के पास रजवाहे में सूटकेस से एक युवती का शव बरामद किया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि युवती की गला दबाकर हत्या की गई थी। एसपी ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए पुलिस की तीन टीमें लगातार काम कर रही थीं। पुलिस ने 300 से अधिक कैमरे खंगालने के साथ टोल प्लाजा से गुजरने वाहनों की जानकारी की। लेकिन, कोई सफलता नहीं मिली। मृतका की शिनाख्त के लिए आसपास के जिलों के साथ दिल्ली के थानों से संपर्क किया गया। गुरुवार की रात मृतका की शिनाख्त नीलेश के रूप में हुई।
युवती के परिवारवालों ने 28 मई को उसके गुमशुदा होने की रिपोर्ट मयूर विहार थाने में दर्ज कराई थी। इसके आधार पर पुलिस ने उसकी पहचान की और हत्यारोपी प्रेमी सतेंद्र यादव निवासी गांव रहुटाखेर जिला चित्रकूट को गिरफ्तार कर लिया। वह फिलहाल वेस्ट दिल्ली के मोहल्ला विनोद नगर में किराए पर रह रहा था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने नीलेश से 5.25 लाख रुपये उधार लिए थे। जिन्हें वापस करने के लिए वह लगातार उसपर दबाव बना रही थी। 28 मई को नीलेश सतेंद्र से मिलने उसके विनोद नगर स्थित कमरे पर गई थी। जहां दोनों में विवाद हुआ। नीलेश ने सतेंद्र को पुलिस से शिकायत करने की धमकी दी। इसके बाद वह आपा खो बैठा और उसने उसी की चुनरी से गला घोटकर हत्या कर दी।
पुलिस को अरोपी ने बताया कि निलेश ने जो उसे पैसे दिए थे, वह उसके पिता के थे। पिता ने निलेश के बैंक खाते में पैसे रखे हुए थे। घरवाले जल्द ही नीलेश की शादी करना चाहते थे, इसलिए वे उससे रुपये मांग रहे थे। ऐसे में नीलेश रुपयों के लिए लगातार दबाव बना रही थी। आरोपी ने बताया कि निलेश मुझसे दूरी भी बना ली थी। नीलेश कुछ दिनों से उसका फोन कम ही उठाती थी और उसका फोन भी लगातार बिजी आता था। आरोपी ने बताया कि एसे में मुझे शक हुआ कि निलेश का कोई और भी बॉयफ्रेंड हो सकता है। पुलिस की जांच में सामने आया कि दोनों के रिश्तों में भी खटास आ गई थी।
आरोपी ने करीब एक महीने पहले ही उसकी हत्या करने का मन बना लिया था। नीलेश के दिए रुपयों से उसने कार खरीदी थी। नीलेश की हत्या करने के बाद आरोपी ने शव को एक आसमानी रंग के सूटकेस में रखा और कार से सिखेड़ा गांव के पास रजवाहे में फेंक दिया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह कुछ दिन पहले किसी काम से गढ़ आया था। पिलखुवा के छिजारसी टोल पर आकर उसने किसी से टोल बचाने के लिए रास्ता पूछा था। जिसके बाद वह सिखेड़ा के रास्ते से होता हुआ यहां से गुजरा था। हत्या के बाद शव को सूटकेस में भरकर उसे कार की डिग्गी में लेकर वह यहां सुनसान क्षेत्र में पहुंचा और मौका पाकर शव को रजवाहे में फेंक दिया।
पुलिस के अनुसार सतेंद्र से मिलने के लिए नीलेश बैंक में अपने खाते की केवाईसी कराने की बात कहकर निकली थी। वह बैंक भी गई और वहां से फार्म भी लिया। लेकिन इसके बाद वह घर नहीं पहुंची। इसके बाद परिजनों ने उसकी मयूर विहार थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी के घर से उसके बिस्तर से उस फार्म को भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से मृतका की बैंक पासबुक, एक चेक, आधार कार्ड, दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। सतेंद्र यादव और नीलेश का प्रेम संबंध पिछले तीन साल से था। सतेंद्र निर्माण कंपनी में काम करता है और उसके पिता चित्रकूट में होमगार्ड में तैनात हैं। जबकि, नीलेश मूल से इटावा जनपद की रहने वाली थी और फिलहाल वह परिवार के साथ त्रिलोकपुरी में रह रही थी।