लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान हो गया और 23 नवंबर को चुनाव परिणाम आ जाएंगे। पर वोटिंग के दिन हुए बवाल पर अब भी सियासत जारी है। मीरापुर विधानसभा सीट के ककरौली गांव में हुए बवाल के बाद महिला तोहिदा और एसएचओ राजीव शर्मा सुर्खियों में हैं। समाजवादी पार्टी इंस्पेक्टर के खिलाफ हमलवार है। वहीं तोहिदा का भी बयान सामने आया है। महिला ने कहा कि ‘साहब’ न तो मैं गोली से डरती और न ही एफआईआर से। पिस्टल तानने वाले पुलिस इंस्पेक्टर को हर हाल में जेल भिजवा कर दम लूंगी। ‘क्योंकि उसने वोट नहीं डालने दिया गया, इसका खुदा इंसाफ करेगा’।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, यूपी की मीरापुर सीट पर 20 नवंबर को वोटिंग हुई। वोटिंग के दौरान ककरौली गांव में पुलिस को सूचना मिली कि दो पार्टियों के समर्थकों के बीच बवाल हुआ है। पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को शांत करवाने का प्रयास किया। जिस पर लोग उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस सब इंस्पेक्टर ने घटना की सूचना सर्किल के इंस्पेक्टर को दी। एसएचओ राजीव शर्मा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराने का प्रयास किया। पुलिस का आरोप है कि उग्र भीड़ ने फिर से पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद एसएचओ ने लोगों को खदेड़ने के लिए पिस्टल निकाली। उग्र भीड़ में महिलाएं भी शामिल थीं। पुलिस ने सपा और औवैसी की पार्टी के कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज की है।
गोली से नहीं लगता डर
ककराली गांव में एसएचओ राजीव शर्मा की पिस्टल लहराते हुए तस्वीर लगातार सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है। तस्वीर में महिला भी है, जिसका नाम तोहिदा है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद तोहिदा के घर पर दिनभ लोगों की आवाजाही लगी रही। वह कहती हैं कि अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सकी, इसका दुख है। पुलिस की गोली से डर नहीं लगा और न ही एफआईआर से। तोहिदा का आरोप है कि पुलिस ने महिलाओं को वोट नहीं करने दिया। तोहिदा ने बताया कि उनके पति ड्राइवर हैं।
पुलिस ने डंडे मारकर भगा दिया
तोहिदा ने बताया कि उसके जेठ के लड़के ने घर लौटकर बताया कि पुलिस ने डंडे मारकर भगा दिया है, मतदान नहीं करने दिया गया। इसके बाद वह परिवार की महिलाओं के साथ मतदान करने जा रही थी। रास्ते में पुलिसकर्मी मिले और पिस्टल तान दी। महिला का आरोप है कि पुलिस ने जान-बूझकर मतदाताओं को रोका है। महिला पुलिसकर्मी भी साथ नहीं थी। बेवजह पूछताछ की जा रही थी। पुलिस के हाथ में ईंट भी थी। तोहिदा ने कहा कि हां मैंने कहा कि था एसएचओ समेत अन्य पुलिसकर्मियों की वर्दी उतरा दूंगी।
तोहिदा पर भी दर्ज है एफआईआर
पुलिस का मुकाबला करने वाली तोहिदा को भी ककरौली थाने में दर्ज मुकदमे में नामजद किया गया है। वह कहती है कि मुकदमे से नहीं डरती, क्योंकि कोई गलत काम नहीं किया है। वोट के लिए हम बूथ जा रहे थे। पुलिस ने गैर कानूनी तरीके से रोका और फिर मुकदमा दर्ज कर लिया। हम भी कोर्ट में जाएंगे और पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे। महिला ने कहा कि एसएचओ ने वर्दी का बेजा इस्तेमाल किया। एसएसचओ को तत्काल प्रभार से सस्पेंड किया जाए। उस पर केस दर्ज हो और उसे जेल भेजा जाए। हम कोर्ट के जरिए एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।
तोहिदा से मिले सपा के नेता
इनसब के पूर्व सांसद कादिर राना और सपा जिलाध्यक्ष जिया चौधरी प्रतिनिधि मंडल के साथ ककरौली पहुंचे और लोगों से संवाद किया। राना ने कहा कि पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए न्यायालय का सहारा लेंगे। चुनाव में लोकतंत्र की हत्या की गई है। इंस्पेक्टर की पिस्तौल का सामना करने वाली बहादुर महिला तोहीदा को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से सम्मानित कराया जाएगा। मौलाना नजर ने कहा कि हार-जीत से बड़ा लोकतंत्र और इंसाफ है। सपा जिलाध्यक्ष ने भी महिला को गले लगाकर कहा हम कोर्ट जाएंगे और एसएचओ को सजा दिलवाएंगे। पूरी पार्टी तोहिदा के साथ है।