जनता दर्शन में बढ़ते फरियादियों की बढ़ती संख्या और उनकी समस्याओं को देखते हुए मुख्यमंत्रियों की राजनाथ ने अधिकारियों को कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए है। अगर मंडल और जिला स्तर पर जनसुनवाई और फ़रियादी समय से नहीं हुई तो जनता दर्शन में मंडल और जिला स्तर के अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।
CM योगी ने अधिकारियों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि कैसे ब्लॉग और थाना स्तर पर जनता की समस्याओं को सुना जाए। आम जन की समस्याओं को सुनने के लिए जनसुनवाई हर हफ़्ते की जाए। इसको लेके एक रूपरेखा भी तैयार की जाए और इसके लिए 1 विशेष अभियान भी चलाया जाए।
कार्यप्रणाली नहीं सुधारेंगे तो होगी कार्रवाई
योगी आदित्यनाथ ने आम जनता की समस्याओं को सुनने में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को सख़्त निर्देश दिए हैं। आम जन से सीधे संपर्क में आने वाले तैनात अफ़सरों को अपने कार प्राणी को सुधारने के लिए हिदायत दी। अगर फ़ील्ड में तैनात अफ़सर अपनी कार्यप्रणाली को नहीं सुधारेंगे तो सभी स्तर पर कार्रवाई होगी।
समस्याएं नहीं सुलझी तो DM और कप्तान होंगे ज़िम्मेदार
मुख्यमंत्री ने साफ़ निर्देश दिए हैं कि तहसील ब्लॉक और थाना स्तर पर रोज़ कम से कम एक घंटे की जनसुनवाई की जाए। इसके साथ ही ज़िला जिलाधिकारी और कप्तान को ये भी निर्देश दिया है कि जन समस्याओं के निस्तारण को लेकर हर हफ़्ते एक समीक्षा बैठक की जाए। इसके लिए जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान को तय करना होगा। एजेंडा साथ ही अगर ज़िले की समस्याएं नहीं सुलझा पाते हैं तो उसके लिए भी ज़िले के DM वह कप्तान ज़िम्मेदार होंगे।
फरियादियों की बढ़ती संख्या
मुख्यमंत्रियों की यातना लगातार जनता दर्शन के दौरान उनके पास पहुँचने वाले फरियादियों की बढ़ती संख्या उनकी समस्याओं के समाधान न होने से नाराज़गी ज़ाहिर की है। उन्होंने मंडल और ज़िले के अधिकारियों को सख़्त हिदायत दी है कि सभी तहसील ब्लॉग और थानों पर नियमित जनसुनवाई करके आम जन की और फरियादियों की समस्या को मंडल और ज़िले स्तर पर ही तत्काल प्रभाव से निस्तारण करें।
फ़रियादी बढ़ते हुए नज़र आए तो अधिकारियों पर गिरेगी गाज
हालांकि मुख्यमंत्रियों के साथ पहले भी जनसुनवाई को लेकर अधिकारियों को फटकार लगा चुके है। मगर कहीं न कहीं अधिकारी मुख्यमंत्री योगी के निर्देशों का पालन करते नज़र नहीं आ रहे हैं। वहीं जनता दर्शन में बढ़ते फरियादियों की सरकार को देखकर मुख्यमंत्रियों की रात ने 1 बार फिर से जनता से सीधे जुड़े कार्यालयों के कामों पर अपनी नज़र रखनी शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि जिन मंडल और ज़िलों से आने वाले समय में फ़रियादी और जनसमस्याएं कम नहीं हुई और उनके जनता दर्शन में लगातार फ़रियादी बढ़ते हुए नज़र आए तो उन मंडल और जिला के अधिकारियों पर गाज गिरनी तय हैं।