(मोहसिन खान) नोएडा डेस्क। 26 फरवरी को दिव्यता और भव्यता के साथ महाकुंभ 2025 का समापन हो जाएगा लेकिन उससे पहले महाकुंभ के आयोजन को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर हो रहा है। खासतौर से समाजवादी पार्टी के मुखिया और सांसद अखिलेश यादव कभी गंगा जल की पवित्रता को लेकर सवाल उठाते है तो कभी व्यवस्थाओं को सवालों के कठघरें में खड़ा कर देते है, अब ऐसे में विपक्ष के सवालों का करारा जवाब देने में माहिर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने सोमवार को सदन की कार्रवाई के दौरान महाकुंभ को लेकर उठे सवालों पर ऐसा जवाब दिया कि विपक्ष असहज हो गया। योगी की गरजना के आगे विपक्ष के बयानों और सवालों की हवाईयां उड गई, जवाब देने की कोशिश की तो बात बनती ही नज़र नहीं आई।
सीएम योगी ने विपक्ष को सुनाई खरी-खरी
आखिर सीएम योगी (CM Yogi) आदित्यनाथ ऐसा क्या कह गए कि विपक्ष के सवालों का पिरामिड़ धराशायी हो गया और योगी की बल्ले-बल्ले हो गई। दरअसल महाकुंभ के दिव्य-भव्य और डिजिटल आयोजन पर अखिलेश और विपक्षी नेताओं के सवालों पर सीएम योगी ने दो टूक कहा कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसको वही मिला, इससे पहले की सीएम योगी करारी चोट करते, उससे पहले उन्होंने कुछ उदाहरणों का सहारा लिया और कहा कि महाकुंभ में संवेदनशील लोगो को अलौकिक दृश्य मिले, आस्था वालों को पुण्य मिला, अध्यात्म की राह पर निकले श्रद्वालुओ को साफ-सुथरी व्यवस्था मिली यानि की जिसकी जैसी नियत थी, उसको वैसा ही दिखाई दिया, जबकि गिद्दो को महाकुंभ में लाशें और सुअरों को गंदगी दिखाई दी, सीएम योगी आदित्यनाथ के इस बयान के बाद विधानसभा की कार्रवाई के दौरान हंगामा मच गया, क्योंकि सीएम योगी ने बिना नाम लिए विपक्ष को घेर लिया।
गौरतलब है कि महाकुंभ 2025 अपनी भव्य शुरूआत के साथ ही चर्चाओं में है फिर चाहे वो संख्या की दृष्टि से विश्व रिकॉर्ड बनाना हो या फिर सुरक्षा, स्वच्छता और चिकित्सा के मामले में नए कीर्तिमान स्थापित करना हो, हर नजरिए से महाकुंभ ने अपनी अमिट छाप छोड़ी लेकिन विपक्ष को करोड़ों श्रद्वालुओं के बीच बनी व्यवस्थाओं में कमियां निकालने के लिए जगह नहीं मिली तो फिर गंगा जल की शुद्वता पर सवाल खड़े कर दिए, जिसके जवाब में सीएम योगी की बेबाक शैली ने सलीखें के साथ विपक्ष को पानी-पानी कर दिया।
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सीएम योगी ने विपक्ष की बोलती की बंद
सोमवार को सदन की कार्रवाई के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) फुल फॉर्म में दिखाई दिए विपक्ष के सवालों पर सीएम योगी के जवाबों को प्रहार लगातार जारी रहा है और सदन में योगी के भाषण के दौरान सत्ताधारी नेताओं की तालियां बजती रही लेकिन सीएम योगी आखिरकार ऐसा क्या कह गए कि बात सीधे मानव, दानव और महामानव के के अंतर पर आ पहुंची, दरअसल हुआ ये कि अखिलेश यादव ने तंज कसा और कहा कि 144 का जिक्र करके महाकुंभ के नाम पर श्रद्वालुओं को गुमराह किया गया।
मानव, दानव और महामानव पर क्या कह गए योगी
सीएम योगी ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बयान का हवाला दिया और अखिलेश यादव की जमकर खिंचाई की। योगी आदित्यनाथ कहा कि डा. राधाकृष्णन ने बताया था कि मानव का मानव होना उपलब्धि है मानव का दानव होना पराजय और मानव का महामानव होना उसकी विजय है। मानव, दानव और महामानव यानी देव तीनों श्रेणियां हमेशा से रही हैं। सीएम योगी ने महर्षि कश्यप का भी जिक्र किया और कहा कि उनके दो रानियां थीं, एक से देव व दूसरे से दानव हुए। यानी दोनों की उत्पत्ति मानव से ही हुई है।
कर्म, आचरण, व्यवहार ने किसी को मानव और किसी को दानव बनाया है। जो दिनचर्या में व्यस्त है, वह मानव है। जो व्यवस्था में विश्वास नहीं करता, नकारात्मकता पैदा करता है, वह दानव है। और जो स्वार्थ भावना से ऊपर उठकर परमार्थ के प्रति काम करता है, वह महामानव होता है और यह तीन श्रेणियां हमें बहुत कुछ प्रेरणा देती हैं।
विपक्ष के सवाल पर योगी का वार
दरअसल मसला ये भी था कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे भी सवाल उठाने में पीछे नहीं थे। उन्होंने ये कहा था कि महाकुंभ में व्यवस्था ठीक नहीं है और यहां आने से कुछ लोगो को रोका जा रहा है, उनका इशारा वर्ग विशेष की ओर था, सीएम ने उनको भी जवाब दिया और कहा कि अगर विश्व स्तरीय सुविधा ना होती तो 63 करोड़ से उपर श्रद्वालु स्नान ना कर पाते, योगी ने सपा और नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय पर तंज कसते हुए कहा- अच्छा लगा कि आपने महाकुंभ, सनातन परंपरा व अयोध्या धाम को स्वीकार किया। समाजवादी जब अंतिम पायदान पर खड़ा होता है तो उसे धर्म की याद आती है।