लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के आगरा में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर ससुर का मर्डर कर दिया। शव को ठिकाने लगाने के बाद दोनों मौके से भाग खड़े हुए। सूचना पर पहुंची पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और हत्याकांड की जांच शुरू की। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए महिला और उसके प्रेमी को अरेस्ट कर लिया है। आरोपी महिला ने कुछ साल पहले अपने पति की हत्या कर दी थी, जिसके चलते वह जेल में रही।
घटना थाना बमरौली कटारा क्षेत्र के महल बादशाही गांव की है। डीसीपी पूर्वी जोन अली अब्बास ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह 8 बजे गांव के प्रेम सिंह ने पुलिस को फोन किया। बताया कि बाजरे के खेत में एक व्यक्ति का शव पड़ा है। इस पर पुलिस पहुंच गई। मृतक के गांव का नहीं होने की वजह से आसपास के थानों में सूचना दी गई। इस पर एत्मादपुर स्थित गांव अगवार निवासी मुन्नी देवी आईं। उन्होंने मृतक की पहचान पति राजवीर सिंह (70) के रूप में की।
मुन्नी देवी ने पुलिस को बताया कि बेटे हरिओम की 6 साल पहले हत्या हुई थी। इसमें बहू बबली जेल गई थी। 5 साल 4 महीने जेल में रही थी। 11 महीने पहले छूटकर आई थी। बहू के संबंध महल बादशाही निवासी प्रेम सिंह से चल रहे हैं। इस वजह से ही पति को मार डाला था। मुन्नी देवी ने बताया कि उनकी दो पौत्रियां हैं। बेटे की मौत के बाद दोनों पौत्रियां हमारे साथ रह रही थीं। दो माह पहले बहू हमारे घर पर आई और दोनों बेटियों को लेकर दिगनेर लेकर चली।
मुन्नी देवी ने बताया कि पति राजवीर चाहते थे कि बहू दोनों पौत्रियों को ससुराल में छोड़ दें, जिससे उनका लालन पालन ठीक से हो सके। मगर बबली तैयार नहीं थी। बुधवार दोपहर को पति राजवीर को फोन किया। बताया कि उसे बात करनी है जिससे विवाद का निपटारा हो सके। वह तैयार हो गए। उस समय घर में खाना खा रहे थे। घर से निकल गए। इसके बाद लौटकर नहीं आए। उन्होंने पुलिस को लापता होने की सूचना दी।
डीसीपी ने बताया कि आरोपी प्रेम सिंह पुराना अपराधी है। वर्ष 2016 में वह थाना डौकी से दुष्कर्म के मामले में जेल भेजा गया था। जमानत पर बाहर आया था। फिरोजाबाद में अवैध संबंध में एक अन्य महिला के पति की हत्या कर दी थी। तब वो फिर से जेल भेजा गया। उसके परिवार के कुछ लोग और भी जेल में हैं। वह कुछ समय बाद जेल से बाहर आ गया। अपने रिश्तेदारों से मिलने जाता था। तभी उसकी मुलाकात फिरोजाबाद की एक आरोपी महिला से हो गई। उस समय बबली भी जेल में बंद थी।
डीसीपी ने बताया कि महिला और बबली के बीच दोस्ती थी। बबली को पति की हत्या में जेल भेजा गया था। इस वजह से परिजन उसका साथ नहीं दे रहे थे। जमानत के लिए उसने महिला से बात की। महिला ने प्रेम सिंह को बताया। कहा कि वह उससे शादी कर सकता है। प्रेम सिंह की पत्नी नहीं है। उसने 11 महीने पहले बबली को जमानत दिलवा दी। आरोपी बबली जेल से बाहर आने पर अपने ससुराल में 16 और 17 साल की दो बेटियों के साथ रहने लगी।
परिजन ने बताया कि बबली के जेल जाने के बाद उसके 8 साल के बेटे ने आत्महत्या कर ली थी। उसे शक था कि ससुरालियों ने बेटे को मार दिया है। इससे वो मन ही मन रंजिश मान रही थी। दो महीने पहले दिगनेर में किराये पर कमरा लेकर रहने आ गई। अपनी बेटियों को भी ले आई। मगर राजवीर चाहते थे कि दोनों पौत्री घर आ जाएं जिससे उनका लालन पालन ठीक से हो सके। बबली के बारे में उन्हें पहले से पता था। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को प्रार्थनापत्र देकर दोनों को दिलाने की गुहार भी लगाई थी।