लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर का रहने वाले छांगुर को लेकर हरदिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। धर्मान्तर की फैक्ट्री का संचालन करने वाले विलेन और मददगार पुलिस के शिकंजे में चढ़ रहे हैं तो वहीं जिहादी की पाक से दोस्ती का पर्दाफाश भी हुआ है। यूपी एटीएस की जांच में सामने आया है कि छांगुर का अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम से भी कनेक्शन का था। ऐसे में जांच एजेंसियां लखनऊ के एक दिवंगत होटल कारोबारी हाजी चचा के होटल की पुरानी हिस्ट्री और छांगुर के रिश्तों की तलाश कर रही हैं। एटीएस छांगुर को मिलने वाली मदद और उसकी देश विरोधी गतिविधियों में संभावित संलिप्तता की जांच कर रही है।
भारत को 2047 तक मुस्लिम राष्ट्र बनाने का सपना देखने वाला जिहादी छांगुर फिलहाल सलाखों के पीछे है। छांगुर गैंग के सरगना भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं और पूछताछ में हरदिन आरोपी नए-नए खुलासे कर रहे हैं। प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद से दोस्ती के बाद अब छांगुर का डी कंपनी से कनेक्शन सामने आया है। बताया जा रहा है कि छांगुर डी कंपनी के बॉस डॉन दाउद इब्राहिम के भी संपर्क में था। छांगुर ने आईएसआई से भी हाथ मिलाए हुए थे। वह भारत में बड़े पैमाने पर हिन्दुओं का धर्मान्तरण करा रहा था। यूपी पुलिस ने छांगुर ने लेडी राजदार पर शिकंजा कसा और उसकी ऑलीशान कोठी को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया।
छांगुर बाबा का संपर्क डॉन दाउद इब्राहिम गिरोह से भी रहा है। इसका फायदा उसे लखनऊ में आने पर मिलता रहा। दाउद गिरोह के इशारे पर उसे दाउद के रिश्तेदार के चिनहट स्थित होटल में ठहराया जाता था। यह होटल कुछ समय बाद दूसरे व्यापारी को बेच दिया गया था। इस व्यापारी की मौत हो चुकी है। अब एटीएस उसके करीबियों के बारे में सम्पर्क जुटा रही है। एटीएस यह पता करना चाह रही थी कि उस समय छांगुर को किस तरह की मदद दी जाती थी। कहीं उसने छांगुर के साथ देशी विरोध गतिविधि में हिस्सा तो नहीं लिया था। यूपी पुलिस और जांच एजेंसियां अब पूरे मामले की जांच में जुटी हैं। यूपी एटीएस भी फुल एक्टिव है और आने वाले दिनों में छांगुर के और राजदार सलाखों के पीछे भेजे जा सकते हैं।
वहीं उतरौला के मधपुर स्थित छांगुर के घर के पीछे एक गुप्त कब्रिस्तान है। बताया जाता है कि इसमें कई रहस्य छिपे हुए हैं। यहां का रहस्य पता कराने के लिए जांच एजेंसियां इसे भी अपने रिपोर्ट में शामिल करेंगी। दरअसल छांगुर के घर के पीछे एक कब्रिस्तान है। इसमें कुछ मजारें बनी हुई हैं। धर्मांतरण के आरोपी छांगुर के आईएसआई से कनेक्शन की बात पहले ही आ चुकी है। अब अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम से उसके सम्बन्ध होने की बात सामने आ रही है। सूत्र बताते हैं कि लखनऊ के एक दिवंगत होटल कारोबारी हाजी चचा के जरिये छांगुर दाउद के सम्पर्क में था। हाजी चचा की एक बेटी है, जिसका निकाह दाउद के भाई के साथ हुआ था।
सूत्र बताते हैं कि हाजी चचा और छांगुर एक दूसरे के जिगरी दोस्त थे। छांगुर जब भी लखनऊ में रहता था तो हाजी चचा का होटल ही उसका ठिकाना हुआ करता था। बताया जाता है कि हाजी का यह होटल सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है। बताया जा रहा है कि 90 के दशक में एक बम ब्लास्ट की घटना हुई थी, जिसके तार भी इस होटल से जुड़े हुए थे। यही कारण है कि न सिर्फ यह सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है बल्कि इंटरपोल इसका लेखा जोखा रखता है। सूत्रों की मानें तो इसी होटल से अभी कुछ समय पूर्व छांगुर और उसकी राजदार नसरीन को गिरफ्तार किया गया था। अब एजेंसियां होटल की पुरानी हिस्ट्री व यहां से छांगुर के रिश्तों की तलाश कर रही है।
इनसब के बीच एक और खबर सामने आई है। बलरामपुर कोर्ट के क्लर्क राजेश उपाध्याय के परिजनों के नाम से खुले 12 बैंक खातों की जांच में छांगुर द्वारा मोटी रकम भेजे जाने का खुलासा हुआ है, जिसके बाद ईडी ने इन खातों को फ्रीज कर दिया है। इन्हीं खातों में ं पिछले एक साल के अंदर छांगुर ने मोटी रकम भेजी थी। इन खातों में लाखों रुपये भेजे गए थे, जो संदेहास्पद रूप से सूचनाओं को लीक करने, गिरोह को संरक्षण देने के बदले में भेजे जा रहे थे। पुलिस ने क्लर्क को अरेस्ट कर जेल भेजा है। साथ ही छांगुर और क्लर्क की दोस्ती और मददगारों की कुंडली खंगार रही है।