वाराणसी: आज 11 अप्रैल (मंगलवार) को ज्ञानवापी केस से जुड़े दो मामले पर सुनवाई होगी। आज पर्यावरणविंद प्रभुनारायण की तरफ से ज्ञानवापी परिसर में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक व विग्रहों के पूजन के अधिकार देने की अर्जी पर सुनवाई होगी। ज्ञानवापी से जुड़े सात मुकदमों को एक ही अदालत में सुनने की मांग की अर्जी पर सुनवाई जिला जज की अदालत में होगी।
ये है पूरा मामला
दरअसल, चार महिलाओं ने श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजन और अन्य विग्रहों के संरक्षण की मांग को लेकर याचिका दाखिल की। महिलाओं ने मांग की कि ज्ञानवापी के सभी मामलों पर सुनवाई एक साथ होनी चाहिए। इसके लिए लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक के अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी, सुधीर त्रिपाठी ने मामलों की सुनवाई एक साथ किए जाने के पक्ष में अपनी बात रखी। उनका कहना है कि ज्ञानवापी के सभी मामले एक जैसे हैं। इनकी अलग-अलग सुनवाई होना सही नहीं है।
इसी के साथ ज्ञानवापी परिसर मेें दूसरे समुदाय के लोगों का प्रवेश रोकने की मांग को लेकर भी याचिका दाखिल की गई। याचिका दाखिल करने वाली किरण सिंह, विश्व हिंदू सनातन संघ के संस्थापक जितेंद्र सिंह बिसेन की तरफ से अधिवक्ता शिवम गौड़ ने सभी मामलों की सुनवाई पर अलग-अलग किए जाने के पक्ष में दलील दी।
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