लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। देश में पवित्र रमजान का महिना चल रहा है। मस्जिदों में नमाज पढ़ने के लिए लोग हरदिन जाते हैं। पर उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले की एक मस्जिद पर नमाज पढ़ने पर रोक लगाई गई है। दरअसल, मार्च में यूपी बोर्ड की परीक्षाएं चल रही हैं। मस्जिद एमआईसी स्कूल के अंदर है। स्कूल के अंदर बोर्ड परीक्षा में कोई व्यवधान न हो जिसको लेकर नमाज पढ़ने पर जिला प्रशासन ने रोक लगाई है। डीएम ने आदेश दिए हैं कि अगर कोई पाबंदी का उल्लंघन करता पाया जाएगा तो उससे 1 करोड़ का जुर्माना वसूला जाएगा।
क्या है पूरा मामला
फर्रुखाबाद जिले में एमआईसी है। स्कूल के अंदर मस्जिद है। इस समय यूपी बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं। जिसके कारण जिला प्रशासन ने परीक्षा में व्यवधान उत्पन्न न हो इसके चलते मस्जिद पर नमाज पढ़ने पर रोक लगाई हुई है। इसको लेकर मुस्लिम समुदाय के लोग जिला अधिकारी से नमाज पढ़ने की अनुमति मांगने के लिए पहुंचे। जिला अधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने लोगों को जवाब दिया है कि परीक्षा में व्यवधान होने पर 1 करोड़ रुपये के जुर्माने का प्रावधान है। मुस्लिम समाज के लोगों को बताया गया है कि जब तक बोर्ड परीक्षा चल रही हैं तब तक आप लोग नमाज नही पढ़ सकते है।
परीक्षा के लिए स्ट्रांगरूम बनाया हुआ है
प्रशासन ने इसी कॉलेज में परीक्षा के लिए स्ट्रांगरूम बनाया हुआ है। ऐसे में जिला प्रशासन ने परीक्षा के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर इस कैंपस में अनाधिकृत प्रवेश रोक दिया है। इसकी वजह से किसी को मस्जिद तक जाने की भी अनुमति नहीं है। जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन के आदेश पर इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल ने पिछले दिनों इस मस्जिद से जुड़े लोगों को मौखिक तौर पर अवगत करा दिया था। जिसको लेकर रिजवान अहमद ताज सहित कई लोगों ने मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए मांग की थी।
आग्रह पत्र
डीएम के आदेश पर सीओ पुलिसबल के साथ मुस्लिम समाल से मिले और उन्हें बताया कि बोर्ड परीक्षा में व्यवधान उत्पन्न करने पर 1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगेगा। इसके बाद मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात की है. इसमें मुस्लिम समाज ने डीएम एसे आग्रह किया है कि नमाज के दौरान केवल रात में नमाज पढ़ने की अनुमति मिले। इसके लिए समाज ने भरोसा दिया है कि केवल 21 नमाजी ही शामिल होंगे। हालांकि डीएम ने उनके आग्रह पत्र को विचार के लिए रख लिया है।